KHABAR: अप्रैल के पहले सप्ताह एमपी में ओले-बारिश:भोपाल, इंदौर-जबलपुर संभाग में गिरेगा पानी; 40-50 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से आंधी का अनुमान, पढ़े खबर

MP44NEWS March 30, 2025, 12:44 pm Technology

अप्रैल के पहले सप्ताह में मध्यप्रदेश में ओले, बारिश और आंधी का अलर्ट है। 1 और 2 अप्रैल को भोपाल, इंदौर, जबलपुर, नर्मदापुरम समेत प्रदेश के पूर्वी हिस्से यानी रीवा, शहडोल संभाग में भी बारिश हो सकती है। कुछ जिलों में ओले गिरने और 40 से 50 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से आंधी भी चल सकती है। सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ), साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम की वजह से मौसम बदल सकता है। 30 मार्च को दिन-रात के तापमान में ज्यादा बढ़ोतरी नहीं होगी। भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर-जबलपुर में दिन का पारा 35-36 डिग्री सेल्सियस के आसपास ही रह सकता है। रात में भी पारा कम ही रहेगा। अगले 3 दिन ऐसा रहेगा मौसम 31 मार्च: सोमवार को दिन में मौसम का मिजाज बदला रहेगा। दिन में धूप तो खिलेगी लेकिन तेज गर्मी रहने के आसार नहीं हैं। 1 अप्रैल: हरदा, खंडवा, बुरहानपुर में ओले गिर सकते हैं। भोपाल, राजगढ़, शाजापुर, इंदौर, देवास, बड़वानी, खरगोन, सीहोर, नर्मदापुरम, बैतूल, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, मंडला और बालाघाट में हल्की बारिश, आंधी और गरज-चमक के आसार हैं। 2 अप्रैल: बड़वानी, खरगोन, खंडवा, बुरहानपुर, हरदा, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, मंडला, बालाघाट में कहीं-कहीं ओले गिर सकते हैं। सतना, रीवा, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, मैहर, कटनी, उमरिया, शहडोल, अनूपपुर, डिंडौरी, जबलपुर, नरसिंहपुर, बैतूल, नर्मदापुरम, भोपाल, सीहोर, राजगढ़, शाजापुर, इंदौर, देवास में गरज-चमक, आंधी की स्थिति रह सकती है। नर्मदापुरम में पारा 40 डिग्री, बाकी शहरों में गिरावट शनिवार को नर्मदापुरम में दिन का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बाकी शहरों में भी पारे में गिरावट हुई। मौसम विभाग के अनुसार, टीकमगढ़ में 38.7 डिग्री, खरगोन में 38.2 डिग्री, नरसिंहपुर में 38 डिग्री, मलाजखंड (बालाघाट) में 37.2 डिग्री और खंडवा में 37.1 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 34.5 डिग्री, इंदौर में 34.3 डिग्री, ग्वालियर में 33.2 डिग्री, उज्जैन-जबलपुर में 35 डिग्री तापमान रहा। अप्रैल में चलेगी लू अप्रैल में लू का असर रह सकता है। मालवा-निमाड़ यानी इंदौर और उज्जैन संभाग के जिलों में लू चलने की संभावना ज्यादा है, जिनमें रतलाम, उज्जैन, खरगोन, खंडवा, धार शामिल हैं। मौसम विभाग के अनुसार, सामान्यतः दिन का तापमान 40 डिग्री से अधिक या सामान्य से 4.6 डिग्री तक अधिक हो तो हीट वेव यानी लू की स्थिति मानी जाती है। अप्रैल-मई में हीट वेव का असर ज्यादा बता दें कि मार्च से गर्मी के सीजन की शुरुआत हो जाती है। मौसम विभाग ने मार्च से मई तक 15 से 20 दिन हीट वेव चलने का अनुमान जताया है। अप्रैल-मई में हीट वेव का असर ज्यादा हो सकता है। इस कारण 30 से 35 दिन तक गर्म हवा चल सकती है। भोपाल में दिन में तेज गर्मी के साथ बारिश भोपाल में मार्च महीने में दिन में तेज गर्मी पड़ने के साथ बारिश का ट्रेंड भी है। मौसम विभाग के अनुसार, मार्च महीने में गर्मी के सीजन की शुरुआत हो जाती है। इसके चलते दिन-रात के तापमान में बढ़ोतरी होने लगती है। आंकड़ों पर नजर डालें तो 30 मार्च 2021 को भोपाल में अधिकतम तापमान रिकॉर्ड 41 डिग्री सेल्सियस पहुंच चुका है। वहीं, 45 साल पहले 9 मार्च 1979 की रात में पारा 6.1 डिग्री दर्ज किया गया था। वर्ष 2014 से 2023 के बीच दो बार ही अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा है। बाकी सालों में पारा 38 से 41 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा है। इंदौर में 41.1 डिग्री तक पहुंच चुका पारा इंदौर में मार्च से गर्मी का असर तेज होने लगता है। यहां दिन का पारा 41.1 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच चुका है, जो 28 मार्च 1892 को दर्ज किया गया था। 4 मार्च 1898 को रात में पारा 5 डिग्री सेल्सियस तक रहा था। 24 घंटे में करीब एक इंच बारिश होने का रिकॉर्ड है, जबकि पूरे महीने में दो इंच पानी गिर चुका है। मौसम विभाग के अनुसार, मार्च में 2 से 3 दिन बारिश होती है। कभी-कभी धूल भरी हवा की रफ्तार भी तेज होती है। ग्वालियर में गर्मी, ठंड-बारिश का ट्रेंड मार्च महीने में ग्वालियर में गर्मी, ठंड और बारिश तीनों का ही ट्रेंड है। 31 मार्च 2022 को दिन का पारा रिकॉर्ड 41.8 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया था जबकि 1 मार्च 1972 की रात में न्यूनतम तापमान 5.4 डिग्री रिकॉर्ड हो चुका है। साल 2015 में पूरे महीने 5 इंच से ज्यादा पानी गिरा। वहीं, वर्ष 12 मार्च 1915 को 24 घंटे में करीब 2 इंच बारिश हुई थी। जबलपुर में मार्च की रातें रहती हैं ठंडी जबलपुर में मार्च में भी रातें ठंडी रहती हैं। पारा औसत 15 डिग्री सेल्सियस के आसपास ही रहता है। वहीं, दिन में 36 से 40 डिग्री सेल्सियस के बीच तापमान दर्ज किया जाता है। 31 मार्च 2017 को दिन का पारा 41.2 डिग्री सेल्सियस पहुंच चुका है जबकि 4 मार्च 1898 को रात का तापमान 3.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। यहां मार्च में मावठा भी गिरता है। पिछले 10 में से 9 साल बारिश हो चुकी है। उज्जैन में दिन रहते हैं गर्म, 6 दिन बारिश का ट्रेंड भी उज्जैन में दिन गर्म रहते हैं। 22 मार्च 2010 को पारा रिकॉर्ड 42.5 डिग्री सेल्सियस पहुंच चुका है। वहीं, 1 मार्च 1971 की रात में न्यूनतम तापमान 4.6 डिग्री सेल्सियस रहा था। पिछले साल दिन में तापमान 36 से 42 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा है। उज्जैन में 2017 सबसे गर्म साल रहा था। मौसम विभाग के अनुसार, इस महीने बारिश भी होती है। एक दिन में पौने 2 इंच बारिश का रिकॉर्ड 17 मार्च 2013 का है।

Related Post

window.OneSignal = window.OneSignal || []; OneSignal.push(function() { OneSignal.init({ appId: "6f6216f2-3608-4988-b216-8d496a752a67", }); });