जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को आतंकियों ने जिन टूरिस्ट की हत्या की, उनमें हरियाणा के करनाल के रहने वाले नेवी के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल भी थे। वह 3 साल पहले ही नेवी में भर्ती हुए थे। उनकी 7 दिन पहले ही मसूरी में डेस्टिनेशन वेडिंग हुई थी। इसके बाद वह पत्नी हिमांशी के साथ हनीमून मनाने के लिए पहलगाम गए थे।
दादा हवा सिंह ने बताया- पहले विनय-हिमांशी हनीमून मनाने के लिए यूरोप जा रहे थे। लेकिन, ऐन मौके पर वीजा नहीं मिला तो वे जम्मू-कश्मीर चले गए। दादा हवा सिंह रुंधे गले से कहते हैं..
काश, उनका यूरोप का वीजा लग जाता तो पोता विनय आज हमारे बीच होता।
लेफ्टिनेंट विनय का 8 दिन बाद 1 मई को बर्थडे भी था। शादी के बाद पहले बर्थडे को लेकर परिवार ने ग्रैंड पार्टी प्लान की थी। इसके बाद 3 मई को उन्हें पत्नी के साथ कोच्चि ड्यूटी पर लौटना था। दैनिक भास्कर ने विनय के परिवार से विस्तार से बात की, जिसमें उनकी पूरी कहानी सामने आई....
विनय-हिमांशी की 2 फोटो, 8 दिन में साथ छूट गया...
16 अप्रैल की यह तस्वीर लेफ्टिनेंट विनय और हिमांशी की शादी की है, जिसमें दोनों बहुत खुश नजर आ रहे हैं।
तस्वीर 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम की है। इसमें विनय नरवाल की डेडबॉडी के पास उनकी पत्नी हिमांशी गुमसुम बैठी हैं। उनका कहना था कि आतंकियों ने विनय का नाम पूछकर गोली मारी।
7 पॉइंट में पढ़िए, करनाल के लेफ्टिनेंट विनय की पूरी कहानी...
1. करनाल के स्कूल में पढ़े, दिल्ली से बीटेक किया
विनय नरवाल मूल रूप से करनाल के भुसली गांव के रहने वाले थे। लेकिन, 15 साल से उनका परिवार सेक्टर-7 में रह रहा है। उनकी स्कूलिंग करनाल के संत कबीर स्कूल से हुई। जिसके बाद दिल्ली से उन्होंने बीटेक किया। विनय पढ़ाई में तेज थे।
करनाल के सेक्टर 7 में लेफ्टिनेंट विनय नरवाल का घर।
2. परिवार शुरू से आर्मी से जुड़ा हुआ
विनय के दादा हवा सिंह ने कहा, "हमारा परिवार शुरू से ही आर्मी से जुड़ा रहा है। मेरे ताऊजी भी आर्मी में थे। विनय के नाना के भाई भी आर्मी में रहे और उन्होंने अंग्रेजों के साथ भी लड़ाई लड़ी। मेरा भतीजा भी आर्मी में है। मैं खुद पहले BSF में था। वहां से रिटायर होने के बाद मैंने हरियाणा पुलिस जॉइन की और अब पुलिस से भी रिटायर हो चुका हूं।"
3. CDS में सिलेक्ट नहीं हुए तो SSB की तैयारी की
परिवार के आर्मी बैकग्राउंड की वजह से विनय के खून में भी देश सेवा का जज्बा था। पढ़ाई के दिनों से ही वे आर्मी में जाने के इच्छुक थे। स्कूल टाइम में ही वे कंबाइंड डिफेंस सर्विसेज (CDS) की तैयारी कर रहे थे, लेकिन उनका सिलेक्शन नहीं हुआ। इसके बाद उन्होंने सीमा सुरक्षा बल (SSB) की तैयारी शुरू कर दी। 3 साल पहले उनका चयन नेवी में हो गया।
4. केरल में ड्यूटी थी, पिता कस्टम विभाग में
विनय की ड्यूटी केरल के कोच्चि में थी। पिता राजेश कुमार कस्टम विभाग में सुपरिंटेंडेंट के पद पर हैं। उनकी ड्यूटी पानीपत में है। दादा हवा सिंह 2004 में हरियाणा पुलिस से रिटायर हुए। मां आशा देवी और दादी बीरू देवी गृहिणी हैं। विनय की छोटी बहन सृष्टि दिल्ली में सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रही हैं।
5. दो महीने पहले ETO की बेटी से रिश्ता, 16 को शादी हुई
विनय का 2 महीने पहले ही गुरुग्राम की हिमांशी के साथ रिश्ता पक्का हुआ था। हिमांशी PhD कर रही हैं और साथ ही बच्चों को ऑनलाइन भी पढ़ाती हैं। हिमांशी के पिता सुनील कुमार गुरुग्राम में एक्साइज एंड टैक्सेशन ऑफिसर (ETO) हैं। 28 मार्च को विनय शादी के लिए छुट्टी लेकर आए थे। 16 अप्रैल को मसूरी में उनकी शादी हुई। 19 तारीख को करनाल में रिसेप्शन पार्टी रखी गई थी।
6. यूरोप का वीजा कैंसिल हुआ को कश्मीर गए
शादी के बाद उनका यूरोप में हनीमून का प्लान था। इसके लिए वीजा भी अप्लाई किया था। लेकिन, वीजा नहीं लग पाया और यूरोप जाने का प्रोग्राम कैंसिल हो गया। इसके बाद 21 अप्रैल को दोनों जम्मू-कश्मीर के लिए निकल गए। 22 अप्रैल को वे पहलगाम में होटल में ठहरे हुए थे। दादा हवा सिंह के मुताबिक खाना खाने के बाद वे नीचे डेस्टिनेशन पॉइंट पर घूमने के लिए गए थे। उसी दौरान आतंकी हमला हो गया।
7. परिवार ने बर्थडे सेलिब्रेट करना था, अब अंतिम विदाई देंगे
परिवार के सदस्य अमित ने बताया कि 1 मई को विनय का जन्मदिन था। परिवार के सदस्यों ने सोचा था कि हनीमून से लौटने के बाद विनय के लिए एक बड़ी पार्टी रखी जाएगी। 3 मई को विनय को हिमांशी के साथ कोच्चि लौटना था। वहां उन्होंने रेस्ट हाउस भी बुक करा लिया था।
दादा बोले- मुझे कहा था, मीठा मत खाना
दादा जी ने बताया, "मैं शुगर का मरीज हूं। जम्मू-कश्मीर जाते हुए विनय और हिमांशी ने मुझसे कहा था- दादा जी ज्यादा मीठा मत खाना। 28 मार्च को विनय छुट्टी पर आए थे। 4 अप्रैल को उनकी सगाई हुई थी। 16 अप्रैल को मसूरी में उनकी डेस्टिनेशन वेडिंग हुई। 19 अप्रैल को रिसेप्शन हुआ। 20 अप्रैल को वे हिमांशी के साथ गुरुग्राम ससुराल गए। वहीं से उन्होंने फ्लाइट लेकर जम्मू-कश्मीर घूमने के लिए यात्रा शुरू की।