आतंकवादियों का मजहबी नफरत फैलाने का मकसद सफल नहीं होने देंगे,
नीमच / भोपाल - कायर ,इंसानियत एवम भाईचारे के दुश्मन , नफरत फ़ैलाने वाले हैवानो ने निहथ्थे 28 पर्यटकों के ऊपर अँधा धुंध गोलीबारी कर इंसानियत को मार डाला जिसका आज पूरा देश एक स्वर में जाती धर्म मजहब से ऊपर उठकर आक्रोश व्यक्त कर मांग कर रहा है की अब बहुत हो चूका अब बयानबाजी बंद कर सीधा आतंकवादियों के ठिकानो पर अटैक कर उन्हें मौत के घाट उतार देना चाहिए और अगर पडोशी देश पाकिस्तान उसमे रोड़ा अटकाए तो उस पर भी सीधा आक्रमण कर देना चाहिए क्योँकि यह सर्वविदित है की आतंकवादियों को पोषित करने का काम पाकिस्तान कर रहा है जिसकी प्रमाणिकता है की इस हमले की लस्कर ऐ तैयबा से जुड़े आतंकवादी संगठन टीआरएफ ने इस कायराना घटना की जिम्मेदारी ली है जो की पाकिस्तान में पोषित एवं संरक्षित है।
आप के प्रदेश प्रवक्ता इंजी नवीन कुमार अग्रवाल ने कहा की अभी तक कश्मीर में 2016 में उडी में आतंकवादी घटना हुई जिसमे सेना के 19 जवान शहीद हो गए, 2016 में नागरोटा में 7 जवान शहीद हो गए इसी वर्ष आतंकवादी घटना में 8 सीआरफीऍफ़ के जवान शहीद हो गए। 2017 में जम्मू में आर्मी कैंप पर हमले में 6 सैनिक शहीद हो गए। 2019 में पुलवामा में 350 किलो आरडीएक्स लेकर आए और हमला किया जिसमें 40 जवान शहीद हो गए.. . 2024 में तीर्थयात्रियों पर हमला हुआ जिसमें 9 मारे गए। इसी वर्ष श्रीनगर में ग्रेनेड हमला हुआ ,उसी प्रकार 2024 में रामबन में वर्करों के ऊपर हमला कर 7 लोगों को मारा गया 2024 में ही जम्मू हमले में 9 लोग मारे गए ऐसी कई घटनाएं निरन्तर जम्मू कश्मीर में हो रही है और हम मात्र घटना होने पर बयानबाजी कर इतिश्री कर लेते है और एक घटना के बाद दूसरी घटना हो जाती है और हम पहले वाली घटना भूल जाते है।
अग्रवाल ने कहा की अब वक्त आरोप प्रत्यारोप का नहीं है हम सभी भारत सरकार के साथ है और अब आतंकवादियों के ठिकानो पर हमला करना चाहिए और अगर उसमे पाकिस्तान रोड़ा बनता है तो सीधा उस पर भी अटैक कर आर पार की लड़ाई लड़ना चाहिए ताकि पुनः ऐसी घटना करने की कोई भी आतंकवादी दुशाहस न कर पाए और पाकिस्तान हमेशा हमेश के लिए चुप बैठ जाये और अगर विश्व समुदाय का कोई अन्य विकसित देश हमारे कदम का विरोध करे और पाकिस्तान का साथ दे तो उसका भी बहिस्कार नफा नुकसान की परवाह किये बिना करना चाइये।
अग्रवाल ने कहा की जंहा लाखो पर्यटक पहलगाव आते है और वहां कोई सुरक्षा व्यवस्था न होना हमारे बड़ी चूक है और साथ ही भारत की ख़ुफ़िया एजेंसियों क्यों फ़ैल हुई उस बारे में भी हमें विश्लेषण कर खुफ़िया एजेंसियों को और चाक चौबंद करना चाहिए। हम सभी भारत सरकार के साथ है और जो भी कदम सरकार उठाती है हम उसका पूरा समर्थन करते है। और आतंकवादियों के जो मनसूबे थे की भारत में मजहबी नफ़रत इस हमले से फैलाई जावे उनके मंसूबो को हम सभी धर्मो के लोग मिलकर सफल नहीं होने देंगे क्यूंकि आतंक का कोई धरम मजहब नहीं होता है हम भारतीय है और हमेसा धर्म से पहले भारतीय रहेंगे।