पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए कानपुर के शुभम द्विवेदी का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। चाचा नरेंद्र ने मुखाग्नि दी। पिता बगल में खड़े होकर रोते रहे। गुरुवार सुबह 11 बजे जब घर से ड्योढ़ी घाट के लिए शव यात्रा निकली तो पत्नी ऐशन्या चीख पड़ीं। पत्नी ने दो दिन से अपने पति की शर्ट पहन रखी थी। उन्होंने वह शर्ट उतारी, उसे सीने से लगाया, फिर फूट-फूटकर रोने लगीं। यह देखकर वहां मौजूद लोगों की आंखें भर आईं।
इससे पहले, सीएम योगी ने शुभम को श्रद्धांजलि दी और घरवालों से बातचीत कर उन्हें ढांढस बंधाया। इस दौरान शुभम की पत्नी ने मुख्यमंत्री से कहा- आतंकियों ने मेरे सामने ही मेरे पति को गोली मारी। योगी जी, हमें कड़ा बदला चाहिए। आप इसका बदला लो। यह कहते हुए वह रोने लगीं।
सीएम योगी ने कहा-
यह हमला आतंकवाद के ताबूत पर आखिरी कील होगा। आतंकवादियों और उनके आकाओं को उसकी सजा जरूर मिलेगी। जो लोग साजिश में शामिल हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। अब इस घटना के जो परिणाम आएंगे, वो देश देखेगा।
पत्नी ने शुभम की शर्ट पहन रखी थी। शव यात्रा उठी तो शर्ट निकाली और उससे लिपटकर रोने लगीं।
एकटक पति की तस्वीर देखती रहीं पत्नी ऐशन्या
सुबह जब पार्थिव शरीर घर लाया गया, तो बगल में शुभम की तस्वीर रखी गई। इस दौरान पत्नी ऐशन्या पति की फोटो को एकटक देखती रहीं। वह बार-बार तस्वीर पर हाथ फेरती रहीं। मां शव के बगल में बैठी थीं। वह बीच-बीच में चीख पड़ती थीं। कहती थीं कि आतंकियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए, तड़पा-तड़पा कर उन्हें मारा जाए।
पत्नी ऐशन्या एकटक अपने पति की तस्वीर निहारती रहीं।
हजारों लोग अंतिम यात्रा में शामिल हुए
शुभम की अंतिम यात्रा में हजारों लोग शामिल हुए। लोगों के अंदर पाकिस्तान के प्रति गुस्सा था। उन्होंने 'पाकिस्तान मुर्दाबाद' के नारे लगाए। कहा- पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए। भारत को एक बार फिर सर्जिकल स्ट्राइक करनी चाहिए।
शुभम की शव यात्रा निकल गई है। इसमें हजारों लोग शामिल हैं।
पत्नी ने सुनाई आतंकी हमले की आंखोंदेखी
पत्नी ऐशन्या ने रोते हुए आतंकी हमले की आंखोंदेखी सुनाई। उन्होंने कहा- मैं और शुभम मैगी खाने जा रहे थे। इसी दौरान एक आदमी पीछे से आया। उसने बंदूक साइड में रखकर शुभम से पूछा-हिंदू हो या मुसलमान? फिर कहा- अगर मुसलमान हो तो पहले कलमा पढ़कर दिखाओ।
मैंने हंसते हुए उससे पूछा- क्या हुआ भइया?’ तब उसने मुझसे भी पूछा- हिंदू हो या मुसलमान? मैंने कहा- हिंदू हूं। इसके बाद उसने मेरे पति को गोली मार दी। पहले शुभम को मारा, फिर बाकी लोगों को भी गोली मार दी।
बेटे का शव देखकर मां चीख पड़ीं। रिश्तेदारों ने उन्हें ढांढस बंधाया।
पिता बोले- दो टके के आतंकवादी चुनौती देकर चले गए
पिता संजय द्विवेदी ने कहा- दो टके के आतंकवादी भारत सरकार को चुनौती देकर चले गए। सरकार को अब सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। आतंकवादी बहू से बोले- तुम्हें इसलिए जिंदा रखा ताकि मोदी को बता सको।
लखनऊ एयरपोर्ट पर डिप्टी सीएम से लिपटकर शुभम के पिता रोने लगे।
एयरपोर्ट पर डिप्टी सीएम से लिपटकर रोए पिता
बुधवार रात 11:30 बजे शुभम का शव फ्लाइट से लखनऊ लाया गया। अमौसी एयरपोर्ट पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस दौरान शुभम के पिता संजय द्विवेदी डिप्टी सीएम से लिपटकर रो पड़े। डिप्टी सीएम ने उन्हें ढांढस बंधाया।
लखनऊ एयरपोर्ट से कानपुर तक ग्रीन कॉरिडोर बनाकर शव को शुभम के पैतृक गांव हाथीपुर पहुंचाया गया। यहां एंबुलेंस से शव उतारते वक्त मंत्री राकेश सचान और योगेंद्र उपाध्याय ने शुभम के पार्थिव शरीर को कंधा दिया।
शुभम की 2 महीने पहले शादी हुई थी। वह परिवार के साथ कश्मीर घूमने गए थे।
2 महीने पहले हुई थी शुभम की शादी
शुभम द्विवेदी (31) की दो महीने पहले एशान्या से शादी हुई थी। 17 अप्रैल को एशान्या और परिवार के 11 सदस्यों के साथ शुभम कश्मीर घूमने गए। उन्हें 23 अप्रैल को घर लौटना था। मगर पहलगाम की बैसरन घाटी में 22 अप्रैल को दोपहर 2:45 बजे आतंकियों ने हमला कर दिया, जिसमें शुभम को गोली मार दी।