पूर्व केंद्रीय मंत्री और सीनियर कांग्रेस लीडर डॉ. गिरिजा व्यास ने गुरुवार शाम करीब 7:15 बजे अहमदाबाद स्थित जायडस हॉस्पिटल में अंतिम सांस ली। देर रात उनकी पार्थिव देह उदयपुर लाई गई। शुक्रवार सुबह पार्थिव देह को अंतिम दर्शन के लिए उनके देत्यमगरी आवास पर रखा गया। उदयपुर में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
डॉ. गिरिजा व्यास 31 मार्च को उदयपुर के देत्यमगरी स्थित आवास पर गणगौर का पूजन कर रही थीं। दीपक के कारण उनकी चुन्नी में आग लग गई थी। घर में ही काम करने वाले एक व्यक्ति ने उनको संभाला था। उदयपुर में निजी हॉस्पिटल में ले जाया गया था।
वहां से उनको अहमदाबाद रेफर किया गया था। 90 प्रतिशत झुलसने से उनकी हालत बिगड़ गई थी। गिरिजा व्यास के भाई गोपाल शर्मा ने बताया कि पहले उनकी तबीयत में सुधार हो रहा था, लेकिन दो दिन से तबीयत फिर बिगड़ गई थी। 1 मई को उनका निधन हो गया था।