मेवाड़ के कृष्णधाम श्री सांवलिया सेठ मंदिर में श्रद्धालुओं की भक्ति एक बार फिर रिकॉर्ड स्तर पर पहुंची है। 26 अप्रैल को खोले गए भंडार से निकली राशि की 5 राउंड में काउंटिंग खत्म हो गई। अप्रैल महीने में ही भंडार, ऑनलाइन और मनीऑर्डर के जरिए कुल 25 करोड़ 13 लाख 64 हजार 699 रुपए की राशि मंदिर को प्राप्त हुई है, जो कि अब तक का रिकॉर्ड है। इससे पहले सबसे ज्यादा राशि दिसंबर महीने में 23 करोड़ 19 लाख 8 हजार 764 रुपए प्राप्त हुए थे।
26 अप्रैल से शुरू हुई थी गिनती
सांवरा सेठ के भंडार की गिनती का काम 26 अप्रैल से शुरू किया गया। हर रोज चरणबद्ध तरीके से रुपयों की गिनती की गई, जिसमें मंदिर ट्रस्ट, बैंक और प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहे। अब तक 5 चरणों में कुल 22 करोड़ 06 लाख 8 हजार 761 रुपए की गिनती हो चुकी है। पांचवें चरण की गिनती 1 मई गुरुवार को सम्पन्न हुई, जिसमें कुल 40 लाख 58 हजार 761 रुपए प्राप्त हुए।
सांवरा सेठ के भंडार से हर दिन निकली राशि इस तरह रही:
26 अप्रैल: 10 करोड़ रुपए
28 अप्रैल: 3 करोड़ 73 लाख 70 हजार रुपए
29 अप्रैल: 3 करोड़ 76 लाख 30 हजार रुपए
30 अप्रैल: 4 करोड़ 15 लाख 50 हजार रुपए
1 मई: 40 लाख 58 हजार 761 रुपए
हालांकि 27 अप्रैल रविवार को काउंटिंग नहीं हुई। इन 5 दिनों में कुल 22 करोड़ 06 लाख 8 हजार 761 रुपए नकद प्राप्त हुए। मंदिर प्रशासन के अनुसार, यह राशि पिछले सालों की तुलना में कहीं ज्यादा है, जो श्रद्धालुओं की आस्था और विश्वास को दर्शाती है।
ऑनलाइन और मनीऑर्डर से भी करोड़ों की भेंट
यह सिर्फ नकद भेंट ही नहीं, बल्कि डिजिटल माध्यमों से भी भक्तों ने श्रद्धा जताई है। ऑनलाइन ट्रांसफर और मनीऑर्डर के जरिए कुल 3 करोड़ 7 लाख 55 हजार 938 रुपए मंदिर को प्राप्त हुए हैं।
सांवरा सेठ की ख्याति देश के हर कोने तक फैली हुई है।
सांवरा सेठ की ख्याति देश के हर कोने तक फैली हुई है।
भेंट का रिकॉर्ड टूटा
इस तरह अप्रैल महीने में कुल नकद और डिजिटल भेंट मिलाकर 25 करोड़ 13 लाख 64 हजार 699 रुपए की राशि एकत्रित की गई। यह आंकड़ा सांवरा सेठ की ख्याति, श्रद्धालुओं की भक्ति और मंदिर ट्रस्ट की पारदर्शिता का प्रतीक बन चुका है। इससे पहले एक महीने का सबसे ज्यादा अमाउंट दिसंबर महीने में 23 करोड़ 19 लाख 8 हजार 764 रुपए के रूप में मिले थे। जबकि इस बार सारे रिकॉर्ड टूट गए।
सोना-चांदी की भी भरपूर भेंट
सिर्फ नकद राशि ही नहीं, बल्कि इस बार चढ़ावे में सोना-चांदी भी भरपूर मात्रा में आया है। मंदिर के भंडार से कुल 987 ग्राम सोना और 49 किलो 330 ग्राम चांदी प्राप्त हुई।
वहीं, भेंट कक्ष से 87 ग्राम 650 मिलीग्राम सोना और 46 किलो 137 ग्राम 5 मिलीग्राम चांदी निकाली गई। इस तरह कुल मिलाकर अप्रैल महीने में सांवरा सेठ को चढ़ावे में 1074 ग्राम 650 मिलीग्राम सोना और 95 किलो 467 ग्राम 5 मिलीग्राम चांदी प्राप्त हुई।
मंदिर परिसर में सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में रुपयों की गिनती की गई।
कड़ी सुरक्षा और निगरानी में सम्पन्न हुआ काम
भंडार खुलने से लेकर गिनती तक का पूरा काम पूरी पारदर्शिता और सुरक्षा के बीच सम्पन्न हुआ। मंदिर परिसर में प्रशासन, पुलिस और सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में रुपयों की गिनती और गहनों का तोल किया गया।
इस साल 4 बार खुला भंडार
साल 2025 में अभी तक मंदिर में 4 बार भंडार खुला है। जिसमे पहली बार 28 जनवरी को भंडार खोला गया, जिसमें 22 करोड़ 96 लाख 44 हजार 609 रूपए आए। दूसरी बार 13 मार्च फूलडोल महोत्सव में डेढ़ महीने का भंडार खुला, जिसमें 29 करोड़ 9 लाख 63 हजार 292 रूपए आए। फूलडोल महोत्सव (होली के पर्व) पर परंपरा के अनुसार डेढ़ महीने का भंडार खुला था। जिसके कारण फरवरी का भंडार मार्च में खोला गया था।
उसके बाद वापस मार्च में ही 15 दिन बाद 28 मार्च को अमावस्या पर भंडार खोला गया। जिसमें 4 करोड़ 87 लाख 30 हजार 806 रूपए आए।
अप्रैल में 26 तारीख शनिवार को दानपात्र खोला गया है। जिसकी 5 राउंड में काउंटिंग चली, जो 1 मई को पूरी हुई।