नीमच - जल गंगा संवर्धन अभियान अंतर्गत कलेक्टर हिमांशु चंद्रा एवं जिला पंचायत सीईओ अमन वैष्णव के मार्गदर्शन में जल संरचनाओं के निर्माण के तहत खेत का पानी खेत में ही रहे इसके लिए प्रत्येक ग्राम पंचायत में न्यूनतम तीन-तीन नवीन खेत तालाब स्वीकृत किए जा रहे है। यह खेत तालाब 400 घन मीटर, 1000 घन मीटर, 2000 घन मीटर और 3600 घन मीटर जल संग्रहण की क्षमता के निर्माण किए जा रहे हैं। खेत तालाब की लागत अलग-अलग है। खेत तालाब की स्वीकृति हेतु आवेदक कृषक का मनरेगा अंतर्गत जॉब कार्ड बना होना चाहिए। खेत तालाब से बरसात के मौसम में जल का अतिरिक्त प्रवाह रोक कर , खेत का पानी खेत में ही संग्रहित किया जा सकेगा। इस संग्रहित पानी का उपयोग अन्य ऋतु में सिंचाई के साथ मछली पालन एवं मवेशियों के पीने के पानी में भी उपयोगी रहता है। इसका उपयोग कीटनाशकों के छिड़काव के लिए भी किया जा सकता है। खेत तालाब बनवाने के इच्छुक कृषक अपनी संबंधित ग्राम पंचायत के सरपंच,सचिव, ग्राम रोजगार सहायक से संपर्क कर सकते हैं।
जनपद पंचायत नीमच में सहायक यंत्री राजेश आर्य, जनपद पंचायत जावद में एमपी कौशल और जनपद पंचायत मनासा में राजेश व्यास से और जिला स्तर पर बी एल कातिजा कार्यपालन यंत्री से भी स्वीकृति के लिए संपर्क किया जा सकता हैं। जिले में 296 नवीन खेत तालाब निर्माण स्वीकृत हो चुके हैं और इनमें से 104 का कार्य प्रारंभ हो गया है। जल गंगा संवर्धन अभियान अंतर्गत स्वीकृत और प्रारंभ हुए खेत तालाब एक माह में ही आकार लेने लगे हैं। कलेक्टर हिमांशु चंद्रा एवं जिला पंचायत सीईओ अमन वैष्णव के मार्गदर्शन में जिले में अभियान अंतर्गत 800 से अधिक खेत तालाब निर्माण का लक्ष्य रखा गया है।