नई दिल्ली -
हिमाचल प्रदेश के मंडी में (30 जून) की रात बादल फटने की 10 घटनाएं हुई थीं। इसके कारण आई बाढ़ के चलते 45 लोग मिसिंग हैं। बुधवार सुबह तक 10 शव बरामद किए गए हैं। 35 लोगों की तलाश जारी है। मंडी जिले से बहने वाली ब्यास नदी उफान पर है।
मंडी के कथुनाग में कई घर बाढ़ में बहे हैं। मंडी के करसोग, धर्मपुर, बगशयाड़, थुनाग, गोहर क्षेत्र के 100 से ज्यादा गांवों में 24 घंटे से ज्यादा समय से ब्लैक आउट है। राज्य में आज तेज बारिश का रेड अलर्ट है।
UP के वाराणसी में गंगा का जलस्तर 50mm प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है। 50 घंटे में जलस्तर 2.96 मीटर बढ़ा है। पानी मणिकर्णिका घाट तक आ गया है। 20 से ज्यादा मंदिर पानी में डूबे हैं। लखीमपुर में शारदा नदी उफान पर है।
राजस्थान के भरतपुर में तेज बारिश के बाद शहर की ज्यादातर सड़कों पर 2 फीट से ज्यादा पानी भर गया। भरतपुर समेत 4 जिलों में 24 घंटे में 2 इंच बारिश हुई है। मध्य प्रदेश के आधे हिस्से में बुधवार की सुबह से बारिश जारी है। राज्य में अगले 4 दिन बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव है।
तस्वीर मंडी जिले के थुनांग की है। यहां बादल फटने के बाद घायलों का रेस्क्यू किया गया।
ये तस्वीर भी थुनांग की है। बाढ़ के कारण सड़क पर आए मलबे से गुजरते लोग।
किन्नोर में भी बादल फटा था। इसके कारण कई वाहन मलबे में दब गए।
मंडी में बादल फटने के बाद पूरे क्षेत्र में मलबा बिखरा है।
मंडी के भनवास में लैंडस्लाइड के कारण कई घरों को नुकसान हुआ।
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UP के वाराणसी में गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। पानी घाट तक पहुंचा।
राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में गुंजाल नदी उफान पर है।