जयपुर -
राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में हो रही बारिश आफत बन गई है। कोटा के मोड़क कस्बे में बाढ़ के हालात हैं। घर, स्कूल, हॉस्पिटल, एटीएम तक में पानी भर गया है। चार-चार फीट तक पानी घरों में बह रहा है। चित्तौड़गढ़ के रावतभाटा में गूंजली नदी का पानी पुल के ऊपर से तक बह रहा है। आधा दर्जन से अधिक गांवों का संपर्क कट गया है।
जवाहर सागर बांध (चित्तौड़गढ़) के 2 गेट खोलकर 34 हजार क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है। इसी तरह कोटा बैराज के 5 गेट खोले गए हैं। हनुमानगढ़ के पीलीबंगा इलाके में एक पुराना पुल (जाखड़ांवाली-हनुमानगढ़ मार्ग) धंस गया।
दूसरी ओर, कोटा, उदयपुर, चित्तौड़गढ़, भीलवाड़ा, ब्यावर सहित कई जिलों में बुधवार सुबह से रुक-रुककर बारिश हो रही है। इससे प्रदेश की तमाम नदियों का जलस्तर बढ़ गया है।
हनुमानगढ़ के पीलीबंगा इलाके में जाखड़ांवाली-हनुमानगढ़ मार्ग पर बना पुल धंस गया है।
कुछ जिलों में मंगलवार देर रात ही बारिश शुरू हो गई थी। टोंक और सवाई माधोपुर में भी हल्की बरसात हुई है। सवाई माधोपुर में सुबह करीब 6.50 से 7.10 बजे तक बारिश हुई। चंबल के बांधों में हो रही पानी की आवक के चलते कोटा बैराज के 19 में से 5 गेट खोले गए हैं।
मौसम विभाग ने अगले तीन दिन पूरे राज्य (जैसलमेर को छोड़कर) में बारिश की चेतावनी जारी की है। बुधवार (आज) को उदयपुर, राजसमंद, बूंदी, कोटा, बारां, झालावाड़, चित्तौड़गढ़, भीलवाड़ा, प्रतापगढ़, डूंगरपुर, बांसवाड़ा जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है। इधर, देर रात सीकर और चित्तौड़गढ़ में बारिश हुई है।
कोटा जिले के मोड़क कस्बे में मंगलवार देर रात से हो रही बारिश के कारण चौसला रोड व ईदगाह के पास 50-60 घरों में पानी भर गया है।
तीन-चार दिन अच्छी बारिश की संभावना
पिछले 24 घंटे के दौरान जयपुर, दौसा, अलवर, भरतपुर, करौली, धौलपुर, सवाई माधोपुर, टोंक, बूंदी, कोटा, बारां, झालावाड़, अजमेर, भीलवाड़ा के एरिया में अच्छी बरसात हुई। अलवर में 1 जुलाई को 50MM बरसात हुई।
मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक, पूर्वी राजस्थान के ऊपर एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना है। इसके अलावा मानसून ट्रफ भी श्रीगंगानगर से होकर गुजर रही है। बंगाल की खाड़ी में बना लो-प्रेशर सिस्टम आगे बढ़कर राजस्थान के नजदीक पहुंच गया है। इन सभी सिस्टम के कारण राजस्थान में अगले 3-4 दिन अच्छी बारिश होने की संभावना है।