मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना के तहत 30 अप्रैल तक 1 लाख 56 हजार 230 आवेदन जमा किए गए। इसके बाद 15 मई तक दावे आपत्तियां जमा कराने का समय दिया गया है। अभी तक 3 आपत्ति दर्ज हुई है। अंतिम तिथि तक जो आपत्तियां आएगी उनके साथ ही विभाग के पोर्टल पर उन आवेदनों को छांटा जाएगा। जो अपात्र पाए जाएंगे उनके लिए सिस्टम में ऑटोमैटिक प्रोसेस बनाई है। 15 मई तक सिस्टम उन सभी आवेदनों को छांटकर अलग कर दिया जाएगा। बता दें कि महिला बाल विकास विभाग के जरिए जिले की 236 पंचायतों सहित 12 नगरीय निकार्यों में लाडली बहना योजना के आवेदन लेने की प्रक्रिया 25 मार्च से शुरू हुई थी। 30 अप्रैल तक आवेदन जमा किए गए। इसके बाद सभी आवेदनों की ऑनलाइन फीडिंग करके पंचायत और वार्ड स्तर पर सूचियां चस्पा कर दी गई हैं। नोडल अधिकारियों ने प्रत्येक पंचायत व आंगनवाड़ी कार्यालय पर पहुंचकर ग्रामीणों को आपत्ति दर्ज कराने का तरीका बताया। महिलाओं को आवेदन दिखाकर चेक कराए और अगर किसी अन्य के आवेदन में कोई आपत्ति है तो दर्ज कराने की समझाइश भी दी। 30 मई तक सभी आपत्तियों का निराकरण कर दिया जाएगा। 10 जून से महिलाओं के खाते में एक हजार रुपए जमा होना शुरू होंगे। सिस्टम में यह है ऑटोमैटिक व्यवस्था आधार और समग्र आईडी आवेदन के साथ जमा हुई है। डीबीटी और आधार लिंक खातों की भी पड़ताल होगी। ढाई लाख रुपए से ज्यादा आय वाले आवेदनों की छंटनी होगी। जिनकी आय ज्यादा निकली वे अपात्रता की श्रेणी में अपने आप आ जाएंगे। स्थानीय स्तर पर यह है व्यवस्था दावे आपत्तियों का निराकरण जनपद पंचायत में मुख्य कार्यपालन अधिकारी, संबंधित नायब तहसीलदार, सीडीपीओ की टीम करेगी। शहरी क्षेत्र में दावे आपत्तियों का निराकरण तहसीलदार, नगर पालिका सीएमओ, सीडीपीओ सहित महिला बाल विकास के सदस्य करेंगे। इनका कहना क्या? 30 अप्रैल तक 1 लाख 56 हजार 230 आवेदन जमा हुए थे। इन सभी को ऑनलाइन करने के बाद सूचियां चस्पा कर दी गई हैं। आपत्ति अभी तक 3 ही आई है। 15 मई तक दावे आपतियों' का इंतजार किया जाएगा।- संजय भारद्वाज, डीपीओ, महिला बाल विकास विमाग, नीमच