नीमच - टी.बी.मुक्त भारत अभियान के तहत कलेक्टर हिमांशु चंद्रा ने स्वयं निक्षय मित्र बनकर, अपनी ओर से जिले के 50 टी.बी.रोगियों को फूड बास्केट उपलब्ध कराई है। उन्होने स्वतंत्रता दिवस पर जिला अस्पताल में आयोजित एक संक्षिप्त कार्यक्रम में टी.बी.रोगियों को अपने हाथों से फूड बास्केट प्रदान की।
इस अवसर पर कलेक्टर ने टी.बी.रोगियों से संवाद करते हुए कहा, कि इस रोग से मुक्त होने के प्रयासों में हम सभी आपके साथ है। हम सभी का यह प्रयास है, कि टी.बी.मरीज समय पर दवाईयों का सेवन करें। अच्छा पोषण, आहार ले और रोग के संक्रमण को किसी अन्य तक फैलने ना दें। कलेक्टर ने उपस्थित जनों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं भी दी।
डॉ.मनीष यादव ने निक्षय अभियान की प्रगति से अवगत कराते हुए कहा,कि अब तक जिले में एक लाख 34 हजार लोगों की स्क्रीनिंग की गई है।
जिले में 1100 टी.बी.मरीजो का निरंतर उपचार किया जा रहा है। 100 दिवसीय निक्षय अभियान के तहत 1210 एवं अब तक कुल 3 हजार फूड बास्केट वितरित की गई है। जिले में कुल 30 हजार एक्सरे किए जा चुके है। निक्षय अभियान के तहत 12 हजार एक्सरे किए गए है। टी.बी.पॉजीटीव सभी मरीजों को डीबीटी के माध्यम से तीन-तीन हजार रूपये की दो-दो किश्तों का भुगतान किया जा चुका है।
अस्थि वार्ड में मरीजों एवं उनके परिजनों से की चर्चा
कलेक्टर चंद्रा ने जिला अस्पताल के अस्थि रोग वार्ड का निरीक्षण कर, वहॉं भर्ती मरीजों से चर्चा कर, उपचार व्यवस्था के बारे में जानकारी ली। उन्होने भंवरासा सांदे पर शुक्रवार को एक सड़क दुर्घटना में घायल दो मरीजों के परिजनों से भेटकर, घटना की जानकारी ली।
ग्रामीणों ने कलेक्टर से भंवरासा सांदे पर सड़क दुर्घटना का कारण स्पीड़ ब्रेकर नहीं होना बताते हुए स्पीड ब्रेकर निर्माण करवाने की मांग भी कलेक्टर से की। कलेक्टर ने सिविल सर्जन को निर्देश दिए, कि वे सड़क दुघर्टना में घायल होकर भर्ती होने वाले मरीजों एवं उनके परिजनों से ब्लेक स्पॉट के बारे में जानकारी संकलित कर, अवगत कराए। जिससे, कि दुर्घटना संभावित स्थलों पर आवश्यक सुधार कार्य करवाए जा सकें। इस मौके पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.आर.के.खद्योत, सिविल सर्जन डॉ.महेन्द्र पाटिल, डॉ.मनीष यादव सहित जिला चिकित्सालय का स्टॉफ एवं मरीज उपस्थित थे।