नई दिल्ली -
स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी लाल किले से 12वीं बार देश को संबोधित कर रहे हैं। उनका शुरुआती भाषण ऑपरेशन सिंदूर पर फोकस रहा। उन्होंने कहा, 'आज मुझे लाल किले की प्राचीर से ऑपरेशन सिंदूर के वीर जांबाजों को सैल्यूट करने का अवसर मिला है। हमारे सैनिकों ने दुश्मनों को उनकी कल्पना से परे सजा दी है। 22 अप्रैल को पहलगाम में सीमा पार से आतंकियों ने जिस प्रकार का कत्ले आम किया। धर्म पूछकर लोगों को मारा।'
उन्होंने कहा, 'पूरा हिंदुस्तान आक्रोश से भरा हुआ था। पूरा विश्व इस संहार से चौंक गया था। ऑपरेशन सिंदूर उसी आक्रोश की अभिव्यक्ति है। हमने सेना को खुली छूट दी। हमारी सेना ने वो करके दिखाया, जो कई दशकों तक भुलाया नहीं जा सकता। सैकड़ों किमी दुश्मन की धरती में घुसकर आतंकियों को नेस्तनाबूद किया। पाकिस्तान की नींद अभी उड़ी है। पाकिस्तान में हुई तबाही इतनी बड़ी है कि रोज नए खुलासे हो रहे हैं।'
पीएम ने कहा, 'हमारा देश कई दशकों से आतंक को झेलता आया है। देश के सीने को छलनी कर दिया गया है। हमने न्यू नॉर्मल प्रस्थापित किया है। आतंकियों और उनको पालने-पोसने वालों को हम अलग-अलग नहीं मानेंगे। भारत ने तय कर लिया है कि न्यूक्लियर की धमकियों को हम सहने वाले नहीं है।'
'न्यूक्लियर ब्लैकमेल लंबे वक्त से चला आ रहा है। अब ब्लैकमेल नहीं सहेंगे। आगे भी अगर दुश्मनों ने ये कोशिश जारी रखी, सेना तय करेगी, वह जो समय , तौर-तरीके, लक्ष्य निर्धारित करेगी, हम अमल में लाने वाले हैं। मुंहतोड़ जवाब देंगे। भारत ने तय कर लिया है कि खून और पानी एकसाथ नहीं बहेंगे।'
लाल किले पर 50 सफाईकर्मी और 85 सरपंच स्पेशल गेस्ट
दिल्ली के 50 सफाईकर्मी इस बार स्वतंत्रता दिवस समारोह में स्पेशल गेस्ट होंगे। दिल्ली नगर निगम (MCD) के हर जोन से 5 सफाईकर्मी चुने गए, जिनमें 3 महिलाएं और 2 पुरुष शामिल हैं। ये सभी अपने जीवनसाथी के साथ रक्षा मंत्रालय के निमंत्रण पर 15 अगस्त को लाल किले में होने वाले मुख्य समारोह में हिस्सा लेंगे।
इसके अलावा, इस बार की देशभर से 85 ग्राम सरपंचों को ग्रामीण परिवर्तन में उनके योगदान के लिए स्पेशल गेस्ट के तौर पर आमंत्रित किया गया है।