नीमच। समाज उत्थान में सभी वर्गो की सहभागिता बहुत जरूरी है, हमें राष्ट्र को परम वैभव पर ले जाना है तो हर समाज और संगठन की सहभागिता जरूरी है। हम संत सत्संग और कीर्तन से समाज की मुख्य धारा से जुड़ सकते है।
उक्त आर्शीवचन इस्कॉन उज्जैन के स्वामी मुरारी हरीदास प्रभु ने बुधवार को नीमच जिले में स्नेह यात्रा के शुभारंभ अवसर पर दिये। म.प्र.जन अभियान परिषद (योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग म.प्र. शासन) द्वारा 16 से 26 अगस्त 2023 तक संस्कृति विभाग, जनसंपर्क विभाग, पर्यटन विभाग तथा आचार्य शंकर सांस्कृतिक एकता न्यास के सहयोग से आयोजित स्नेह यात्रा का शुभारंभ नीमच जिले में रामदेव मंदिर भाटखेडी नाका मनासा से मुख्य अतिथि इस्कॉन के स्वामी मुरारी हरीदास प्रभु, यात्रा के प्रमुख संत इस्कॉन के सीतानाथ प्रभु द्वारा एवं अन्य विशिष्ट संतजनों द्वारा किया गया।
इस स्नेह यात्रा में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित स्वामी मुरारी हरीदास प्रभु ने भोपाल के सर्वश्रेष्ठ कॉलेज एन आई टी से बीटेक डिग्री प्राप्त की है एवं ओरेकल जैसी बहुराष्ट्रीय कंपनी में कार्य किया है, इन्होने एनआईटी भोपाल, आईआईआईटी भोपाल, कानपुर, पटना में प्रचार-प्रसार किया।
साथ ही इस्कॉन उज्जैन में मिडिया में सेवारत है तथा इनका पूरा परिवार कृष्ण भक्ति में लीन है। यात्रा में संतो द्वारा ग्राम, क्षेत्र में पदयात्रा कर जन सामान्य से भेंट की तथा रक्षासूत्र बांधकर अपने आर्शीवचन प्रदान किये एवं संकीर्तन, सत्संग कर जीवन को अध्यात्म से जोडकर प्रभु भक्ति में लीन होकर सफल बनाने के लिए अपने आर्शीवचन दिये। प्रथम खंड में यात्रा मनासा से शुरू होकर जालीनेर, बर्डिया, हासंपुर, हाडीपिपल्या होते हुए डांगडी पहुंची जहां संत्संग एवं कीर्तन कर दोपहर सहभोज एवं विश्राम किया गया। द्वितीय खंड में यात्रा बरखेडा, मोया, भदवा, कडी आंत्री होते हुए यात्रा देवरी आंत्री में पहुंची जहां जनसंवाद, शांतिपाठ एवं रात्री सहभोज व रात्री विश्राम हुआ।
यात्रा में मनासा तहसीलदार बी.के. मकवाना, सीएमओ के.एल. सूर्यवंशी, थाना प्रभारी निलेश सोलंकी, पंडित गोविंद उपाध्याय, रजनीश शर्मा अधिवक्ता, इस्कॉन, गायत्री परिवार, पतंजिल योग समिति, योग आयोग, योग परिवार, हार्टफुलनेस संस्थान, नवांकुर एवं प्रस्फुटन प्रतिनिधि, परामर्शदाता, सामाजिक कार्यकर्ता सहित प्रत्येक ग्राम में बडी संख्या में सभी वर्ग, धर्म, संप्रदाय के अनुयायी एवं ग्रामवासियों, ने उपस्थित होकर पूज्य संतो का आर्शीवाद लिया।