नीमच। जिले की अग्रणी साहित्यिक, सांस्कृतिक, सामाजिक संस्था कृति के हिंदी दिवस कार्यक्रम में 14 सितंबर को हिंदी व सिंधी भाषा की साहित्यकार रश्मि रमानी "मातृ भाषा से आत्म निर्वासन घातक है" विषय पर आपने विचार रखेंगी। व्याख्यान के पश्चात वे कविता पाठ करेंगी।
उक्त जानकारी देते हुए संस्था कृति के प्रचार सचिव एडवोकेट कृष्णा शर्मा व कार्यक्रम संयोजक सत्येंद्र सक्सेना ने बताया कि रश्मि रमानी इंदौर हिंदी व सिंधी भाषा की सिद्ध हस्त साहित्यकार हैं। आपको केंद्रीय हिंदी निदेशालय पुरस्कार, सिंधी साहित्य अकादमी के गौरव पुरस्कार, तथा सप्तपर्णी सम्मान सहित कई साहित्य सम्मान प्रदान किये गए हैं।
संस्था अध्यक्ष इंजीनियर बाबूलाल गौड़ व सचिव डॉ विनोद शर्मा ने कहा कि 14 सितंबर, गुरुवार को रात 8.30 बजे लायंस डेन में आयोजित इस कार्यक्रम में सभी साहित्य और हिंदी प्रेमी पधारकर मातृभाषा के सम्मान व उपयोग पर रमानी के विचारों से रूबरू हों।
कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ बीना चौधरी, प्रध्यापक सीताराम जाजू स्नातकोत्तर महाविद्यालय, नीमच करेंगी।