रतलाम के बिलपांक थाना क्षेत्र में नकली शादी कर रुपए और गहने लेकर भागने वाली लुटेरी दुल्हन और उसकी गैंग को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। फरियादी मोहन पाटीदार की शिकायत पर बिलपांक थाना पुलिस ने कार्यवाही की तो मामला लुटेरी दुल्हन और फर्जी शादी करवा कर धोखा देने वाली गैंग का निकला। पुलिस ने इस मामले में फर्जी दुल्हन पायल उर्फ गीता कटारे, कमलेश कटारे, गोपाल राव और पंडित आनंदीलाल पाठक को गिरफ्तार किया है। आरोपी गैंग ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसे कुंवारे लोगों को निशाना बनाती थी। जिनकी शादी नहीं हो पा रही थी।
इस मामले में फरियादी मोहन पाटीदार निवासी मड़ावदा थाना खाचरोद ने बिलपांक पुलिस थाने पर एक सूचना रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। जिसमें उसने बताया कि दो माह पूर्व में ग्राम धराड़ के एक परिचित आनंदीलाल पाठक ने फरियादी को बोला था कि तुम्हारी शादी नहीं हो रही है मेरी नजर में एक लड़की है थोड़े पैसे लगेंगे लेकिन तुम्हारी शादी करवा दूंगा। इस पर फरियादी मोहन पाटीदार, आनंदी लाल पाठक की बातों में आकर शादी के लिए तैयार हो गया ।
आनंदीलाल पाठक ने अपने परिचित दलाल गोपाल राव निवासी अमली थाना बेटमा से से मोहन की मुलाकात करवाई और दलाल गोपाल राव फर्जी दुल्हन पायल और उसके फर्जी भाई कमलेश कटारे को लेकर धराड़ आए । प्लान के मुताबिक धराड़ के बाहर सगस बाबजी मंदिर के पास मोहन को बुलवा कर लड़की दिखाई और बातचीत फिक्स कर सातरुंडा माता मंदिर टेकरी शादी करने के लिए शादी की तारीख 29 जुलाई तय कर दी।
शादी 2 लाख रुपए में तय की गई थी। इसके बाद 29 तारीख को इन्होंने मंदिर में शादी की और 1 लाख 60 हजार रुपये गोपाल और कमलेश को दे दिए । शादी में लगने वाली ज्वेलरी भी महिला को पहनाई । शादी होने के बाद फरियादी मोहन, पायल उर्फ गीता को लेकर अपने घर चला आया। गीता 6 दिन तक घर में रही और सातवे दिन सुबह 5 बजे पहनी हुई ज्वेलरी और घर में रखे 50 हजार लेकर फरार हो गई। फरियादी मोहन ने आनंदलाल पाठक और गोपाल राव दलाल से संपर्क किया तो ये दोनो लोग बोले कि हम उस लड़की के बारे में कुछ नहीं जानते, तुम ज्यादा खोज बीन करोगे तो वो लड़की तुमको पुलिस में रिपोर्ट करके किसी केस में फसवा देगी ।