मंदसौर। भारतीय अफीम किसान संघर्ष समिति द्वारा केंद्रीय नारकोटिक्स आयुक्त ग्वालियर के नाम जिला अफीम अधिकारी को विभिन्न मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा। किसानों ने कार्यालय के सामने धरना-प्रदर्शन पर नारेबाजी भी की। इस दौरान किसान नेताओं ने संबोधित किया। प्रदर्शन में मंदसौर व नीमच सहित आसपास क्षेत्र के किसान भी शामिल हुए।
ज्ञापन में किसानाें ने ये मांगें रखीं। इसमें 1997-98 से 2003 व 2004 तक रुके हुए अफीम पट्टे काे सरकार ने एक भी बार मौका नहीं दिया था। 2022 -23 की नई नीति में जारी करके पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी के सपने को मोदी सरकार साकार करे। नारकोटिक्स विभाग द्वारा जिन अफीम किसानों के अफीम पट्टे काटे गए, उन्हें बहाल करें। वित्त मंत्रालय ने किसानों के ऊपर मार्फिन नियम थोपा है, उसे पूर्णत: समाप्त किया जाए। सीपीएस पद्धति को पूर्णत समाप्त कर पुरानी परंपरागत अफीम की खेती के पट्टे जारी करें।
नारकोटिक्स नीमच फैक्टरी के भ्रष्टाचार के कारण कम मार्फिन एवं घटिया बताकर सीपीएस में डाले सभी लुनाई-चिराई के पट्टे दिए जाएं। सरकार अफीम की मूल्य वृद्धि करें। सभी अफीम किसानों को समान आरी का रकबा दें ताकि किसानों को आर्थिक नुकसान ना झेलना पड़े। एनडीपीएस एक्ट 8/29 की धारा को समाप्त कर इसे आबकारी विभाग में शामिल करें अादि शामिल है।