नीमच 2 मार्च( संतो के बताएं मार्ग से ही समाज का कल्याण हो सकता है।।संत समाज को सही दिशा में ले जाने के लिए तपस्या करते हैं।
संत बाबा पीरु राम और बाबा छतूराम की तपस्या आदर्श प्रेरणादायक कदम है।तपस्वी संतो की आदर्श प्रेरणा से ही व्यक्ति संसार में रहते हुए भी भक्ति सत्संग से जुड़ता है।
तपस्वी संतो के मार्गदर्शन से जीवन कल्याण का मार्ग मिलता है। यह बात संत श्री भक्ति प्रिया इंदौर की शिष्या एवं ईश्वरीय प्रेम आश्रम इंदौर की साध्वी विष्णु प्रिया जी ने कहीं।
वे शनिवार 2मार्च को भागेश्वर महादेव आश्रम में सुबह 9 बजे आयोजित धार्मिक सत्संग प्रवचन में बोल रही थी। उन्होंने कहा कि परमात्मा के लिए भजन सत्संग में जुड़ना संतों का ही मार्गदर्शन होता है। गुरु हमें कठिनाइयों में रहते हुए सरलता पूर्वक नया जीवन जीने की नई ऊर्जा संचार का मार्गदर्शन प्रदान करते हैं। महापुरुषों का पुण्य स्मरण दिवस मनाना समाज को विकास की राह की ओर ले जाने के मार्ग में एक अभिनव प्रयास है।जीवन में आने वाली प्रत्येक कठिनाइयों के प्रश्नों के उत्तर श्री
राम कथा के प्रत्येक श्लोक में मिलते हैं। राम के उपदेश सर्व व्यापक हैं।अहंकार के त्याग बिना जीवन का कल्याण नहीं होता है।श्री कृष्ण ने युद्ध टालने के लिए दुर्योधन को बहुत समझाया था लेकिन दुर्योधन अपने अहंकार में उलझा हुआ था।गुरु और आदर्श महापुरुषों के मार्गदर्शन पर चले तो जीवन में कभी संकट आते ही नहीं है। कर्मों का लिखा कभी मीटता नहीं है।हम जैसा कर्म करेंगे वैसा ही फल हमें मिलता है। इसलिए हम सदैव अच्छे पुण्य कर्म करें तो हमारे जीवन में फल भी पुण्य कर्मों का ही अच्छा ही मिलेगा। कथा विश्राम के पश्चात गुरु बाबा छत्तूराम जी के वार्षिक पुण्य स्मरण के पावन उपलक्ष्य में श्री पाठ साहब का शुभारंभ किया गया। विभिन्न भजन कीर्तन प्रस्तुत किए गए। महिलाओं द्वारा बाबा पीरु राम की स्मृति में भजन सत्संग कार्यक्रम आयोजित किया गया।
संत भक्ति प्रिया इंदौर की शिष्या ईश्वरीय प्रेम आश्रम इंदौर की साध्वी विष्णु प्रिया जी के अमृत प्रवचन श्री राम कथा पर आधारित सत्संग ज्ञान गंगा प्रतिदिन भागेश्वर महादेव आश्रम पर 24 फरवरी से 10 मार्च तक सुबह 9 से 10:30 बजे तक प्रवाहित हो रही हैं।