कुकड़ेश्वर मनासा थाने पर पहुंची पीड़ित महिला भिल आदिवासी समाज की पीड़ित परेशान महिला मनासा थाना पहुंची जहां पर उसकी सुनवाई न होने पर आदिवासी महिला के द्वारा जागरूक पत्रकार राजू पटेल को दूरभाष पर बताया हंड्रेड डायल की तरह पत्रकार राजू पटेल मनासा पहुंचे थाने पर जहां पहुंचकर पीड़ित महिला का आवेदन महिला पुलिस के द्वारा रिपोर्ट लिखवाई गई
पीड़ित सुगना बाई भील ने बताया की पूर्व में भी मेरे घर पर चोरी हो गई थी लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की में मेरे परिवार के साथ रह रही हु जब हम रात को घर के अंदर सोए रहते हैं तो कुछ अज्ञात बदमाश आकर हमारे बाहर हमने साड़ी की ओर नेट की बाउंड्री बना रखी है उसे बाउंड्री का नुकसान पहुंचाते हैं और हम दूर-दूर से सर पर उठकर पानी पीने का पानी नहाने का पानी लाकर ड्रम भरते हैं उस ड्रम का पानी भी ढोल देते हैं कभी हमारे खाना बनाने की लकड़ी ले जाते हैं कभी कोई सामान उठाले जाते हैं और इस तरह से आए दिन हमें अज्ञात बदमाश नुकसान पहुंचाते हैं
कभी हमारे साथ अनहोनी कर सकते हैं ऐसा हमें डर सता रहा है जिसकी पीड़ा बताने में मनासा थाने पहुंची लेकिन वहां मेरी सुनवाई नहीं की गई मैं फिर मनासा अनुविभागीय अधिकारी एस डी ओ पी विमलेश जी उईके के कार्यालय पहुंच कर मैंने मेरी गुहार लगाई है पत्रकारों की टीम को भी मैंने मेरी पीड़ा बताई है मैं पुलिस प्रशासन से यही उम्मीद लगा कर बैठी हूं कि मेरे साथ न्याय करें और इस तरह से जो अज्ञात बदमाश हमें परेशान कर रहे हैं उसे परेशानी से हमें निजात दिलाई जाए
सुगना बाईभील के साथ उसकी बेटी मीना भील पूजा भील बेटा कमल भील एवं उनके दो छोटे बच्चे बच्ची आर्थिक रूप से बहुत गरीब परिवार है इन्होंने कलेक्टर महोदय से भी प्रेस के माध्यम से गुहार लगाई है हमें पालन पोषण के लिए भी कुछ राशि की राहत पहुंचाएं एवं हम भी आदिवासी समाज के गरीब लोग हैं अज्ञात बदमाश हमें परेशान कर रहे हैं उसे परेशानी से भी हमें निजात दिला वे