नीमच19मई ,
श्री भीड़ भंजन पार्श्वनाथ दादा की छत्र छाया में, श्री प्रसन्न चन्द्र सागर जी की प्रेरणा से एवं साध्वी श्री शुद्धि प्रसन्ना श्री जी आदि ठाना 3 की निश्रा में
श्री जैन नव युवक मंडल द्वारा तिथि परिवर्तन पश्च्यात प्रथम ऐतिहासिक ध्वजा चढ़ाई गई ।
त्रिदिवसीय महोत्सव के अंतर्गत प्रथम दिवस श्री दादागुरु जी को बड़ी पूजन,द्वितीय दिवस शक्रस्ताव अभिषेक एवं श्री मणिभद्र पूजन एवम् हवन तथा रात्रि में प्रभु भक्ति एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम,तृतीय दिवस श्री भीड़ भंजन पार्श्वनाथ मंदिर जी से दादावाड़ी तक ध्वजा का भव्य जुलूस, एवं
सुमति नाथ मंदिर जी एवं श्री दादागुरु श्री जिन कुशलसुरिवश्वर जी के शिखर पर तिथि परिवर्तन के बाद प्रथम ध्वजा चढ़ाई गई, ध्वजा के बाद साध्वी जी के अमृत प्रवचन हुए
। चढ़ाने का सौभाग्य प्रबल पुण्योदय से जैन नव युवक मंडल को मिला।
इस भव्य, अदभूत , अद्वितीय ध्वजा में जैन नव युवक मंडल से सदस्यों ने तन, मन एवं धन से सहयोग किया, अपनी लक्ष्मी का सद उपयोग किया एवं पूरे महोत्सव के साक्षी बने।
ध्वजा के बाद भीड़ भंजन संघ के सभी सदस्यों को स्वामी वात्सल्य रखा गया जिसमे भी बड़ी संख्या में समाज जन उपस्थिति थे।