किसान आंदोलन की सातवीं बरसी पर गांव लोद, चिल्लोद पिपलिया, टकरावद, नयाखेड़ा, बरखेड़ापंथ में लगी मृतक किसानो की प्रतिमाओं पर किसान संगठनों के माल्यार्पण किया। इसके साथ ही अंदोलन के प्रमुख केंद्र रहे पिपलियामंडी के बही चौपाटी पर मौन रखकर सभी मृतक किसानों को श्रद्धांजलि दी गई।
जानकारी देते हुए किसान नेता महेश व्यास ने बताया कि 7 वर्ष पूर्व अपने हक के लिए आंदोलन कर रहे किसानो पर गोलिया चलाई गई थी इसमें छह किसानों की मौत हो गई थी।
किसान अब भी अपने हक़ की लड़ाई लड़ रहे है।
आज तक ना तो एमएसपी लागू की गई ना ही कर्ज माफी की गई।
किसानों को अपनी उपज का सही दाम नहीं मिल पा रहा। प्राकृतिक आपदा से जिन भी किसानों की फसलें खराब हुई वे मुआवजे लिये दर-दर भटक रहे है। जिन किसानों की हत्या की गई उनके परिवारों को अभी तक न्याय नहीं मिल पाया। किसान नेता व्यास ने कहा की किसानों के लिये संघर्ष निरंतर जारी रहेगा।
शहीदों के स्मारक पर माल्यार्पण एवं मौन श्रद्धांजलि के अवसर पर किसान नेता महेश व्यास लदूसा, अमृतराम पाटीदार,
दिलीप पाटीदार बुढ़ा, शेलेन्द्रसिंह कामरेड नीमच, रामचन्द्र, कचरूलाल चड़ावत, कुंजीलाल, मदनलाल वर्मा, मूलचंद पाटीदार, जगदीश पाटीदार, कंवरलाल, मधुसुदन, मुकेश नागदा, कृपालसिंह मण्डलोई, सुभाष, जगदीश, दिनेश पाटीदार बालागुढ़ा सहित किसान मौजूद रहे।