KHABAR: 8 दिन पहले ओपियम फ़ैक्ट्री के सामने हुए हादसे में घायल युवक के परिजनों ने किया बड़ा खुलासा, पढ़े खबर

MP 44 NEWS May 12, 2025, 12:56 pm Technology

फ़ैक्ट्री प्रबंधन और गेट पर तैनात सुरक्षा कर्मियों ने दिया अमानवीय व्यवहार का परिचय दुर्घटना में चोंटिल फ़ैक्ट्री की महिला कर्मचारी को तो पहुंचा दिया हॉस्पिटल, पर घायल युवक को एक घंटे तक नहीं जाने दिया अस्पताल नीमच - 8 दिन पहले 3 मई 2025 को ओपियम फ़ैक्ट्री के सामने हुई दो पहिया वाहनों की भिड़ंत में घायल युवक के परिजनों ने हादसे को लेकर बड़ा खुलासा किया है। मामले में परिजनों ने फ़ैक्ट्री के प्रबंधन और तैनात सुरक्षाकर्मियों पर अमानवीय व्यवहार करने का आरोप लगाया है। परिजनों ने कहा कि दुर्घटना में चोंटिल फ़ैक्ट्री की महिला कर्मचारी को फ़ैक्ट्री प्रबंधन और सुरक्षाकर्मियों ने हॉस्पिटल पहुंचा दिया था, पर घायल युवक को एक घंटे तक अस्पताल नहीं ले जाने दिया। उल्टाै फैक्ट्रीे प्रबंधक संजय राव ने परिजनों को धमकाय कि लिखकर दो कि घायल युवक की लापरवाही से हादसा हुआ। मामले में घायल युवक अंकल आशीष गर्ग(छोटू) ने बताया कि उनका भतीजा (नव्य पिता दीपक गर्ग) बंगला नं.55 नीमच स्थित निवास से 3 मई 2025 को सुबह 10 बजे कृषि उपज मंडी जाने के लिए स्कूटी से निकला था। इस दौरान फ़ैक्ट्री में कार्यरत प्रीति चौधरी नामक महिला के दो पहिया वाहन से भतीजे नव्य के वाहन की भिड़ंत हो गई। हादसे में फ़ैक्ट्री की महिला कर्मी तथा नव्य घायल हो गए थे, जिस पर फ़ैक्ट्री के प्रबंधन और गेट पर तैनात सुरक्षाकर्मियों ने महिलाकर्मी मौके पर प्राथमिक उपचार देकर हॉस्पिटल भेज दिया, लेकिन घायल भतीजे नव्य गर्ग को फ़ैक्ट्री के गेट के पास बैठा दिया और परिजनों को फोन कर हादसे की सूचना दी। घायल के अंकल गर्ग ने बताया कि सूचना पर वे कार से तत्काल ओपयिम फ़ैक्ट्री के यहां पहुंचे और गेट पर तैनात सुरक्षाकर्मी को कहा कि वह घायल नव्य को कार में बैठा दें, लेकिन उसने बैठाने मना कर दिया और मुझे फ़ैक्ट्री के गेट पर बुलाया तथा घायल नव्य को साथ भेजने को इंकार कर दिया और कहा कि फ़ैक्ट्री की महिला कर्मचारी घायल हो गई है, उसका जिम्मेदार कौन हैं..? गर्ग ने बताया कि इस पर मैंने कहा कि आप बताईए घायल महिला को कौन से हॉस्पिटल में लेकर गए हैं, मैं वहां जाकर उनका भी उचित उपचार करवा देता हूं। करीब एक घंटे तक ओपियम फ़ैक्ट्री गेट पर तैनात सीआईसीएसफ के सुरक्षाकर्मियों से बहस के दौरान मैंने कहा कि भतीजे नव्य के सिर में गंभीर चोंट आई है, इसे कुछ हो गया, तो इसका कौन जिम्मेदार रहेगा, जिसके बाद संबंधित सुरक्षाकर्मी ने कहा कि आप अपना आधार कार्ड दे आ जाओं और इसे ले जाओं, जिस मैंने कहा कि फिलाहल आधार कार्ड नहीं है, पर सुरक्षाकर्मी आधार कार्ड देने पर अड़ा रहा और आधार कार्ड उपलब्ध नहीं होने पर भतीजे नव्य का मोबाईल रख लिया, उसके बाद नव्य को उपचार के लिए ले जाने दिया। गर्ग ने बताया कि इसके बाद भतीजे को लेकर मैं तत्काल श्री राम हॉस्पिटल पहुंचा, जहां चिकित्सक ने नव्य के सिर में आई चोंटों को देखते हुए सिटी स्कैन कराने की सलाह दी, जिस पर नव्य का सिटी स्कैन कराया गया, तो सिर में अंदरूनी चोंट लगाने के साथ ही खून के थक्के जम गए थे। रिपोर्ट देखने के बाद चिकित्सक ने नव्य को तत्काल अन्यत्र ले जाने की सलाह दी, जिस पर परिजन नव्य को मैदानता हॉस्पिटल इंदौर लेकर पहुंचे। जहां नव्य के सिर का ऑपरेशन हुआ और वर्तमान में नव्य उपचाररत है। गर्ग ने बताया कि हादसे के एक घंटे बाद भारी मशक्कत के बाद ओपियम फ़ैक्ट्री के सुरक्षाकर्मियों ने नव्य को हॉस्पिटल ले जाने दिया, जबकि नव्य का जो सिर में जो चोंटे लगी, उसके अनुसार उसे तत्काल चिकित्सा सुविधा मिल जाती, तो उसका ऑपरेशन कराने की नौबत नहीं आती, लेकिन ओपियम फ़ैक्ट्रीप्रबंधन और फ़ैक्ट्री के सुरक्षाकर्मी के अमानवीय व्यवहार के नव्य के ऑपरेशन कराने के हालात बने। गर्ग ने कहा कि अगर फ़ैक्ट्री प्रबंधन और सुरक्षाकर्मी से विवाद कर नव्य को हॉस्पिटल नहीं ले जाते या और कुछ देर करते, तो हो सकता था कुछ अनहोनी हो जाती, जिसका जिम्मेदार कौन होता...? बाक्स फ़ैक्ट्री प्रबंधन संजय राव ने धमकाया, लिखकर दो नव्य की थी लापरवाही- घायल युवक नव्य के अंकल आशीष गर्ग ने कहा कि जब वे ओपियम फ़ैक्ट्री से नव्य को लेकर श्रीराम हॉस्पिटल पहुंच गए थे, उसके कुछ देर बाद मेरे मोबाईल पर ओपियम फ़ैक्ट्री से मोबाईल नं. 8744973037 से फोन आया कि आप तत्काल ओपियम फ़ैक्ट्री आईये फ़ैक्ट्री प्रबंधक संजय राव आप को बुला रहे हैं। गर्ग ने बताया कि इस पर मैंने तत्काल मेरे पिताजी व नव्य के दादाजी वासुदेव गर्ग व समाजसेवी संतोष चौपड़ा को फ़ैक्ट्री में भेजा। जहां करीब एक घंटे से ज्यादा इंतजार करने के बाद फ़ैक्ट्री प्रबंधक संजय राव ने मेरे पिता और चौपड़ा से मुलाकत की और धमकाते हुए कहा कि आपके बालक की जिस महिला के वाहन से टक्कर हुई है, वह हमारे खुफिया विभाग की कर्मचारी है। उसे कुछ होता है, तो इसके जिम्मेदार आपका बालक रहेगा। गर्ग ने बताया कि फ़ैक्ट्री प्रबंधक राव ने धमकाते हुए कहा कि आप हमें लिखकर दो कि आपका बालक नव्य लापरवाही पूवर्क गाड़ी चला रहा था, इसका कारण दुर्घटना हुई। गर्ग ने यह भी आरोप लगाया कि हादसे के परिजनों की मांग पर फ़ैक्ट्री प्रबंधन ने नव्य का मोबाईल तो लौटा दिया, लेकिन स्कूटी को अभी तक जब्ती में ले रखा है और दे नहीं रहे हैं। अनमानवीय कृत्य की करेंगे उच्च स्तर पर शिकायत- आशीष गर्ग ने बताया कि ओपियम फ़ैक्ट्री प्रबंधन और फ़ैक्ट्री की सुरक्षा में तैनात सीआईएसफ के कर्मियों ने हादसे के बाद भजीते नव्य को प्राथमिक उपचार के लिए नहीं भेजना और परिजन लेने पहुंचे तो एक घंटे तक नहीं ले जाने देना और परिजनों को धमकाने का कृत्य अमानवीय है। अगर फ़ैक्ट्रीप्रबंधन और सुरक्षाकर्मियों को कोई कार्रवाई करना थी, तो मामले में पुलिस को शिकायत करते, पर घायल को उपचार के नहीं ले जाने देना, मानवता और इंसानियत को शर्मसार करने वाला निंदनीय कृत्य है। इस मामले में ओपियम फ़ैक्ट्री प्रबंधन और फ़ैक्ट्री की सुरक्षा में तैनात सीआईएसफ के कर्मचारियों की उच्चस्तर शिकायत की जाएगी।

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