नीमच - स्व–सहायता समूह से जुड़कर आर्थिक गतिविधियां संचालित कर पिपलिया रावजी के जीवन ज्योति स्व सहायता समूह की सदस्य गुड्डी कुंवर चौहान के जीवन में काफी बदलाव आया है। अब वे पशुपालन के साथ ही मनिहारी दुकान एवं आटा चक्की का सफलतापूर्वक संचालन कर आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन गई है। गुड्डी कुंवर चौहान प्रतिमाह तीस हजार और वार्षिक 3.60 लाख रूपये की आमदनी प्राप्त कर आज लखपति दीदी के नाम से पहचानी जाने लगी है। स्व सहायता समूह से जुडने के बाद गुड्डी कुंवर चौहान ने मजदूरी करना छोड दिया है। अब वह मनिहारी की दुकान एवं आटा चक्की का सफलतापूर्वक संचालन कर आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन गई है। अन्य महिलाएं भी गुड्डी कुंवर चौहान से प्रेरित होकर समूह से जुडकर स्वरोजगार स्थापित कर रही है।