मंदसौर - किसानों को इस साल कृषि उपज मंडी में लहसुन के बेहतर भाव मिल रहे हैं। यहां आसपास के जिलों के साथ ही राजस्थान के किसान भी उपज लेकर आते हैं। खास बात ये है कि 30 दिनों में लहसुन के भाव में 5 हजार 500 रुपए प्रति क्विंटल की तेजी आई है। 3 दिन के अवकाश के बाद 27 अगस्त को मंडी खुलेगी। यूं तो मंडी में 18 तरह की कृषि जिंसों की आवक होती हैं। इसमें 50 फीसदी हिस्सा लहसुन का रहता है। मंडी के प्रशासनिक अधिकारी का कहना है नियमित मॉनिटरिंग की जाती है ताकि किसानों को असुविधा न हो। मंडी में 24 जुलाई 2024 को लहसुन की 12 हजार बोरियां नीलाम हुई थीं। तब न्यूनतम भाव 5500 रुपए से अधिकतम भाव 21001 रुपए प्रति क्विंटल रहे थे। इसके बाद से नियमित मामूली उतार-चढ़ाव बना रहा। मौजूदा स्थिति की बात करें तो 3 दिन पहले यानी 23 अगस्त को मंडी में 12 हजार 20 बोरी लहसुन की आवक हुई थी। न्यूनतम भाव 11 हजार 300 रुपए और अधिकतम भाव 26 हजार 500 रुपए प्रति क्विंटल रहे थे। इस तरह केवल एक माह के अंतराल में लहसुन के अधिकतम भाव में 5500 रुपए तक की तेजी देखी गई है जो आने वाले दिनों रह सकती है। अब 27 अगस्त को मंडी खुलेगी और उम्मीद है कि पुन: लहसुन की आवक में तेजी देखने को मिलेगी। मंडी के प्रशासनिक अधिकारी व एसडीएम एसएल शाक्य कहते हैं किसानों की सुविधा का कमेटी पूरा ध्यान रखती है। साथ ही नियमित मॉनिटरिंग भी कराते हैं। हर 3-4 सालों में एक बार लहसुन के भावों में तेजी आती है क्षेत्र में हर 3-4 साल के अंतराल में एक बार लहसुन के भावों में तेजी आती है। वरना कई बार किसानों के लिए लागत निकालना भी मुश्किल हो जाता है। चौधरी कॉलोनी निवासी किसान विनोद माली ने बताया कि इस बार बेस्ट क्वालिटी के लहसुन के रेट 20 से 25 हजार रुपए क्विंटल है, जो अमूमन देखने में नहीं आता है। इस बार सही मायनों में अन्नदाता को लाभ मिलता दिख रहा है वरना हमेशा परेशानी रहती है।