जननायक टंट्या मामा भील का बलिदान दिवस रविवार 4 दिसम्बर को जोर-शोर से मनाया जाएगा। इसके तहत प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान तीन घंटे से ज्यादा समय तक इंदौर में रहेंगे। वे टंट्या मामा की जन्मस्थली पातालपानी जाएंगे। इसके साथ ही इंदौर आने के बाद भंवरकुआं चौराहा स्थित टंट्या भील की प्रतिमा का अनावरण करेंगे। मुख्य कार्यक्रम नेहरू स्टेडियम में होगा। यहां प्रदेश के राज्यपाल मंगू भाई पटेल सहित अन्य मंत्री भी आएंगे।
मुख्यमंत्री दोपहर 12 बजे इंदौर एयरपोर्ट आएंगे। यहां से वे दोपहर 12.10 बजे हेलीकॉप्टर द्वारा पातालपानी के लिये रवाना होंगे। पातालपानी में वे दोपहर 12.25 बजे टंट्या मामा बलिदान दिवस के कार्यक्रम में शामिल होंगे। पातालपानी से वे हेलीकॉप्टर द्वारा दोपहर 12.50 बजे रवाना होकर दोपहर 1.05 बजे इंदौर के पीटीएस हेलीपेड आएंगे। वे भंवरकुआ में आयोजित प्रतिमा अनावरण कार्यक्रम और नेहरू स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होंगे। फिर अपरान्ह 4 बजे वायुयान द्वारा भोपाल के लिए प्रस्थान करेंगे। ऐसा ही शेड्यूल राज्यपाल का भी है।
उधर, प्रदेश के 30 आदिवासी बहुल जिलों से आदिवासियों को इंदौर लाने के लिए करीब ढाई हजार बसों का इंतजाम किया गया है। इनमें आदिवासी बंधुओं को लाने, ले जाने का खर्च उठाने के साथ उनके लिए भोजन के पैकेट की व्यवस्था भी स्थानीय स्तर पर जिलों से की गई है। खास बात यह कि प्रदेश सरकार ने पिछले साल पहली बार टंट्या मामा का बलिदान दिवस मनाया था। इसके लिए दो दिन पहले से ही हजारों की संख्या में आदिवासियों को स्टेडियम लाया गया था। इस दौरान उन्हें पूरे सम्मान के साथ स्टेडियम के अलग-अलग हॉल में ठहराया गया था और उनके लिए लजीज चाय, नाश्ता व भोजन की व्यवस्था की थी। इस बार यह व्यवस्था नहीं है। आदिवासियों की बसें सुबह स्टेडियम पहुंचेंगी। मुख्यमंत्री का कार्यक्रम 12 बजे बाद शुरू होगा।
इधर, स्टे़डियम में होने वाले मुख्य कार्यक्रम की तैयारियां अंतिम दौर में हैं। यहां पिछली बार की तरह विशाल डोम बनाया गया है और बैठने के लिए अलग-अलग जोन बनाए गए हैं। मुख्यमंत्री के संबोधन के दौरान उन्हें हर ओर से देखा जा सके इसके लिए कई एलईडी स्क्रीन लगाई गई है। मामले में कमिश्नर डॉ. पवन कुमार शर्मा वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से इंदौर, उज्जैन संभाग के सभी कलेक्टर से पहले ही बात कर चुके हैं। उन्होंने निर्देश दिए कि आदिवासी बंधुओं के इंदौर पहुंचने, आना-जाना, भोजन, पेयजल, स्वास्थ्य, पार्किंग इत्यादि की बेहतर व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा, इंदौर पहुंचने वाले वाहन समय पर पहुंचे, ताकि कोई असुविधा नहीं हो।