चीताखेडा - दस दिवसीय गणेशोत्सव मंगलवार को अंतिम दिवस गोरी पुत्र विग्नहर्ता गणपति बप्पा की आराधना के साथ बुधवार को सुबह विदाई होगी, बप्पा अपने धाम लोटेंगे। मंगलवार की रात्री 9:30 बजे विशेष महाआरती में बप्पा को 151 किलो खीर का नैवेद्य लगाकर प्रसाद वितरण की गई । अंचल के बडे आयोजनों के साथ लोकप्रियता के नये आयाम स्थापित करता माली समाज द्वारा सँचालित श्री शिव गणेशोत्सव महोत्सव अपने और अनुठे स्वरूप के लिए अंचल के साथ गांव में भी अलग पहचान रखता हैं।आयोजन हो या देखने वालों का स्तर हो, इस तरह से आयोजन कि प्रसंशा दूर-दूर तक होती हैं। आयोजन का स्वरूप और व्यवस्थाएं उच्च-स्तरीय की होने के साथ-साथ अनुशासित भी दिखाई दे रहा हैं। समाजसेवी माली समाज अध्यक्ष पटेल नन्दराम माली कहते है कि इसका पुरा श्रेय आयोजन समिति के साथ समाजजनों एवं ग्रामीणों को देते हुए कहा कि इनकी उपस्थिति कि उर्जा हर बार आयोजन में कुछ नया करने का बल देती हैं।आयोजन को बेहतर बनाने के लिए दिन रात अपने साथियों के साथ मेहनत करते युवा समाज रतन माली,गोपाल माली,सुनिल माली, रजत माली,सुमित माली, गोविंद माली, अंतिम माली, कारुलाल माली, संदीप माली,रवि माली, रविन्द्र माली कहते है कि इस आयोजन में हमेशा बेहतर से बेहतर करने का प्रयास किया जाता है ताकि सब कुछ अपना सा होने के साथ श्रेष्ठ हो।हर दल कि अपनी सोच कुछ अलग करने का प्रयासों में उपस्थित जनसमुदाय को अपनी और आकर्षित किया ही हैं साथ ही थिरकने पर भी मजबूर कर दिया हैं।गणेशोत्सव के अंतिम दिन आज मंगलवार को रात्री 9:30बजे बप्पा कि विशेष आरती में ज्योति बा फुले ट्रस्ट माली समाज की ओर से गणपति बप्पा को 151 किलो वजनी खीर का नैवेद्य लगाकर महाप्रसाद वितरण की हैं।आज बुधवार को गणपति बप्पा गांव के विभिन्न मार्गों से पुरे ठाठ के साथ अनुशासित के रुप में ढोल ढमाकों के साथ परिभ्रमण करते हुए विसर्जन हेतु जलाशय पर पहुंचेंगे।जहां विशेष पुजा आरती के बाद बप्पा अपने धाम लोटेंगे।बप्पा स्थापना पँडालो में विधि विधान पूर्वक विशेष महाआरती के पश्चात हवन पुजन कर महाप्रसाद वितरण हुई।आज बुधवार को प्रातःकाल होते ही निर्धारित मार्गों से जलाशयों पर पहुंचकर बप्पा को विसर्जन करेगें।