चित्तौड़गढ़ - दिल्ली के पूर्व उप मुख्यमंत्री और वरिष्ठ "आप" नेता मनीष सिसोदिया ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री ऐसे राजा हैं, जो अपने दोस्तों के लिए जान लड़ाते हैं। जबकि देश और देशवासियों का कोई मतलब नहीं है। वे सिद्धांत का मिथक सिर्फ अपने सत्य अस्तित्व के लिए कर रहे हैं। मसूद अपनी कुलदेवी बाण माता के दर्शन के लिए चित्तौड़गढ़ आए हैं। सोनीपत दिल्ली से टोक्यो एयरपोर्ट, जहां से सड़क मार्ग होते हुए चित्तौड़गढ़ आते हैं। यहां एक निजी में "आप" के होटल और समाज के लोगों ने उनका स्वागत किया। मेवाड से लड़ने के लिए मेवाड का इतिहास बताता है दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा था कि मैं पहले भी चित्तौड़गढ़ आया था, लेकिन मैं दुर्ग नहीं घूम पाया और न ही अपनी कुलदेवी के दर्शन कर पाया। आज मैं अपनी कुलदेवी बाण माता जी के दर्शन के लिए आया हूं। बाण माताजी सिसोदिया राजवंश की कुलदेवी हैं, उनके दर्शन की इच्छा लेकर आया हूं। मेवाड़ का जो क्षेत्र है, वह बचपन से हमें प्रेरणा देता है। मेरा जन्म पश्चिमी उत्तर प्रदेश के एक गाँव में हुआ था। वहां पर हम लोग बचपन से यहां की कहानी पढ़-पढ़कर बड़े हुए हैं। मेवाड़ का इतिहास हम सबके लिए प्रेरणा का स्रोत बन रहा है। कैसे टिक से काम किया जाए, कैसे बिना डरे बिना हारे काम किया जाए, दोस्तों से कैसे काम किया जाए, यह सब प्रेरणा हमारे इतिहास से जुड़ी है। प्रेरणा का इतिहास जो है, उसका केंद्र मेवाड़ की जन्म भूमि है। सोसाद ने कहा कि मैं यहां से हमेशा के लिए प्रेरणा लेता रहता हूं और हमेशा के लिए बातें करता हूं। हम समाज में परिवर्तन करते हैं तो बाधा डालते हैं। घोड़ों से लड़ने की ज़रूरत नहीं तो मेरा इतिहास, मेरे राजवंश का इतिहास उद्देश्य प्रेरणा।