चित्तौड़गढ़ - हमेशा खुशगवार रहने वाला अक्टूबर इस साल लोगों को मई-जून की भीषण गर्मी की यादें ताजा करा रहा है। अक्टूबर के पहले हफ्ते से ही चिलचिलाती धूप और भीषण गर्मी ने हाल बेहाल कर दिया है। चित्तौड़गढ़ में मानसून जाने के बाद गर्मी बढ़ गई है। यहां अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। भीषण गर्मी, उमस और चटक धूप से लोग बेहाल हो रहे हैं। बता दे कि मेवाड़ अंचल में इस बार बहुत कम बारिश हुई है। बढ़ रहा है पारा, पर्यटकों की खल रही है कमी एक कमजोर वेस्टर्न डिस्टरबेंस के चलते राजस्थान के कई इलाकों में बारिश का असर देखा जा रहा है। वहीं चित्तौड़गढ़ में तेज धूप से लोग परेशान हो रहे हैं। अगस्त सितंबर में बादलों ने मुंह मोड़ ही लिया था और अब अक्टूबर में तपता सूरज लोगों को झुलस रहा है। बेमौसमी बारिश, बारिश के समय औसत से कम पानी गिरना और फिर खुशगवार के बजाय गर्मी मौसम के अलग ही रूप दिखा रहे हैं। गर्मी की वजह से दिन के समय शहर में लोगों को काफी पसीना हो रहा है। अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 21.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। दिन की तरह ही रात को भी गर्मी का एहसास रहता है। पर्यटकों का सीजन शुरू होने के बावजूद भी दुर्ग पर वो रौनक नजर नहीं आ रही है। जिसके कारण कारोबार में भी इसका असर पड़ रहा है। मौसम साफ और शुष्क रहेगा चित्तौड़गढ़ में लगातार पूरे साल मौसम में बदलाव देखा गया है। मौसम विभाग के अनुसार फिलहाल मौसम चित्तौड़गढ़ में साफ ही रहेगा। लेकिन गर्मी का असर भी तेज रहेगा। ऐसे में लोगों को अभी कुछ दिनों तक राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। मौसम में बदलाव आने के बाद ही टेंपरेचर में कमी आएगी।