पिछले दिनों मल्हारगढ़ विधानसभा क्षेत्र के गांव कोलवा के किसान ने पूल निर्माण में जमीन जाने और उसका मुआवजा नहीं मिलने के डर से जहर गटक लिया था। अब किसान के समर्थन में कांग्रेस उतर आई है। शनिवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं और मीणा समाज के लोगों ने कलेक्ट्रेट कार्यालय में नारेबाजी करते हुए ज्ञापन सौंपा है। समाजजन की मांग है कि किसान की भूमि अधिग्रहित ना करते हुए पुल निर्माण में पास की शासकीय भूमि का उपयोग करें। प्रदेश कांग्रेस महामंत्री श्यामलाल जोकचंद्र के साथ एडीएम आरपी वर्मा को ज्ञापन सौंपा है।
जोकचंद्र ने किसान के खेत पर जाकर किसान से जानकारी ली। जिसमें बताया कि 2009 में मून्दडी से नाहरगढ़ तक सडक बनी थी। उस समय कोलवा निवासी किसान बद्रीलाल मीणा और बद्रीलाल की माताजी बसंती बाई पति निंबा मीणा के खेत के किनारे से सड़क बनाई थी। उस समय किसान की डेढ़ बीघा जमीन सड़क बनाने में चली गई। सरकार ने किसान को इसका मुआवजा भी नहीं दिया था। अब 20 नवंबर 2022 को क्षेत्र के विधायक और प्रदेश के मंत्री जगदीश देवड़ा ने मूंदड़ी से नाहरगढ़ तक बनने वाली सड़क का भूमिपूजन किया।
किसान के खेत के पास सड़क पर पूल निर्माण होना है। मार्ग पर किसान के खेत के बीचो-बीच सड़क बनाने की तैयारी है। इसको लेकर सर्वे किया। विरोध किया तो इंजीनियर ने किसान परिवार को जेल में भेजने की धमकी दी। ज्ञापन में आगे बताया अगर सड़क खेत में बनती है तो किसान की 2 बीघा जमीन और चली जाएगी। पास में शासकीय रास्ता होने के बाद भी किसान की जमीन में से सड़क निकालने का प्रयास किया जा रहा है। इस कारण दुखी किसान ने 2 दिसंबर 2022 को जहरीला पदार्थ भी गटक लिया था। इस कारण वह 5 दिन जिला अस्पताल में भर्ती रहा। अगर किसान की भूमि जबरन ली जाती है। उसके पास आत्महत्या के अलावा कोई चारा नहीं है। इस किसान की कृषि भूमि से सड़क नहीं निकाली जाए, अन्यथा आन्दोलन किया जाएगा।