भोपाल - मुख्यमंत्री डॉ. यादव के विशेष प्रयास - म.प्र. बने देश का प्रमुख औद्योगिक केन्द्र। महानगरों में रोड-शो और प्रदेश में आरआईसी से बना निवेश का माहौल। फरवरी-2025 में होने वाली जीआईएस में दिखेगा इसका प्रभावी असर। प्रदेश को रोजगारपरक बनाने के साथ विकास के हर आयाम को तय कर रही है सरकार - मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव। सिंहस्थ के माध्यम से भारत दुनिया का नेतृत्व करेगा। उज्जैन में नये उद्योगों की स्थापना से 50 हजार लोगों को मिलेगा प्रत्यक्ष रोजगार। भौतिक सम्पदाओं का सदुपयोग कर प्रदेश को आर्थिक सुसम्पन्न बनायेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने दशहरा मिलन उत्सव में 658 करोड़ की 16 विकास परियोजनाओं का भूमिपूजन किया। मध्यप्रदेश उद्योग तथा निवेश के क्षेत्र में बना रहा है नई पहचान : मुख्यमंत्री डॉ. यादव। मुख्यमंत्री ने निनोरा में 355 करोड़ रुपए निवेश की प्रतिभा सिंटेक्स औद्योगिक इकाई का शुभारंभ किया। महिला सशक्तिकरण नीति के अंतर्गत प्रतिभा सिंटेक्स में 70% से अधिक महिला कर्मचारी। देश की प्रमुख नदियों का मायका है मध्यप्रदेश : मुख्यमंत्री डॉ. यादव। मध्यप्रदेश दो नदी जोड़ो परियोजनाओं को क्रियान्वित करने वाला देश पहला राज्य। जल संचय-जन भागीदारी-जन आंदोलन के उद्देश्य प्राप्ति के लिए म.प्र. कदम से कदम मिलाकर चलने को तत्पर। केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सी. आर. पाटिल ने जल संरक्षण और संवर्धन के लिए मध्यप्रदेश के प्रयासों को सराहा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने गुजरात के सूरत में "जल संचय- जन भागीदारी- जन आंदोलन" कार्यक्रम को किया संबोधित। पीएम गति शक्ति से विकसित भारत के ध्येय प्राप्ति को नई गति मिली : मुख्यमंत्री डॉ. यादव। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने योजना के तीन वर्ष पूर्ण होने पर देशवासियों को दीं शुभकामनाएँ।