KHABAR : सालासर बालाजी का लिली के फूलोंसे शृंगार, जयकारों से गूंज उठा धाम, पढ़े खबर

October 19, 2024, 1:12 pm Technology

चित्तौड़गढ़ - श्री बानोड़ा बालाजी मेंस्थित लक्ष्मीजी मंदिर के द्वार गुरुवार कोशरद पूर्णिमा पर 6 महीने बाद खुले। द्वारखुलने पर दर्शन के लिए श्रद्धालु उमड़पड़े। प्रसाद के साथ पुष्प, नोट और सिक्केवितरित किए। धन का प्रसाद लेनेश्रद्धालुओं की कतारें लगी रही। पुलिसजाप्ता तैनात रहा। बानोड़ा बालाजी मंदिरसमूह के लक्ष्मी माता रानी मंदिर के द्वारगुरुवार सुबह 9 बजे खुले। शृंगार, पूजाऔर आरती के बाद दोपहर करीब 12 बजेलक्ष्मी मंदिर में दर्शन शुरू हुए। बानोड़ाबालाजी के पंडित कैलाश चन्द्र लक्ष्मी केप्रसाद में पंचमेवा के साथ 1, 2, 5, 10रुपए के सिक्के, 1, 5, 10, 20, 50,100, 200, 500 रुपए के नोट वितरितकिए गए। सालासर (चूरू) | सिद्धपीठसालासर बालाजी धाम मेंगुरुवार को शरद पूर्णिमा कामुख्य मेला भरा। सालासर धामबालाजी के जयकारों से गूंजउठा। श्रद्धालुओं की संख्याज्यादा होने पर बुधवार रात एकबजे ही मंदिर के पट खोल दिए,जो गुरुवार रात नौ बजे तक खुलेरहे।पूर्णिमा पर बालाजी को खीरव तरबूज का भोग लगाया।पूर्णिमा के दिन रात नौ बजे तकश्रद्धालुओं के आने कासिलसिला जारी रहा। पूर्णिमा परबालाजी का लिली के फूलों सेशृंगार किया गया।हनुमान सेवा समिति अध्यक्षयशोदानंदन पुजारी ने बताया कि20 घंटे में देशभर से आएकरीब सवा लाख श्रद्धालुओं नेबालाजी के धोक लगाई। पहलेनवरात्र से लेकर शरद पूर्णिमातक मेले के 15 दिन में आठलाख श्रद्धालुओं ने बालाजीमहाराज के दर्शन किए। पांचदिवसीय लक्खी मेले में चारलाख श्रद्धालुओं ने धोक लगाई।बालाजी महाराज की आरती केबाद श्रद्धालुओं के लिए दर्शनकरवाने शुरू कर दिए गए।

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