चित्तौड़गढ़ - मेवाड़ के आराध्य देव श्री सांवलिया सेठ को 2 अलग-अलग भक्तों ने मिलकर सांवरा सेठ को धनतेरस के दिन पालकी और रथ भेंट की। इसमें चांदी का वर्क किया गया है। रथ और पालकी का तोल करने पर कुल 460 किलो का आया है, जिसमें 23 किलो चांदी का वर्क भी शामिल है। दोनों ही भक्तों ने अपना परिचय देने से मना किया, लेकिन दोनों भक्त गुजरात से आए थे। उन्होंने धनतेरस के शुभ अवसर पर ठाकुर जी को यह भेंट की। हालांकि यह दोनों ही भेंट देने के लिए खुद नहीं आए, जबकि यह भेंट सुमेरपुर के सुनार के हाथों मंगलवार को सांवलिया जी पहुंचाया गया। बता दे कि मंदिर मंडल को काफी समय से एक छोटे रथ की जरूरत थी, जो अब पूरी हो गई है।