मप्र - हिंदू धर्म में व्रत और त्योहारों का खास महत्व माना गया है। हर त्यौहार का अपना कोई ना कोई महत्व है जिसकी वजह से उसे मनाया जाता है। आज भाई दूज का त्यौहार है और इसी के साथ चित्रगुप्त पूजा भी आज ही की जाएगी। दीपावली के दो दिन बाद भाई दूज के मौके पर चित्रगुप्त पूजा नियम धर्म के साथ की जाती है। चित्रगुप्त पूजा 3 नवंबर 2024 को मनाई जा रही है। इस दिन यमराज और उनके सहायक और कर्मों का लेखा जोखा रखने वाले चित्रगुप्त की पूजन अर्चन की जाती है। ऐसा कहा जाता है कि जो चित्रगुप्त और यमराज की पूजन करता है उसे सुख समृद्धि की प्राप्ति होती है। वह अपने करियर में तरक्की और बुद्धि में वृद्धि की प्राप्ति करता है। चलिए आज हम आपको इस पूजन का महत्व विधि और मुहूर्त बताते हैं। चित्रगुप्त पूजन का महत्व (Chitragupta Puja) चित्रगुप्त पूजा 3 नवंबर 2024 को मनाई जा रही है। पूजन का शुभ मुहूर्त सुबह 7:57 से लेकर दोपहर 12:04 तक रहने वाला है। दरअसल चित्रगुप्त देवताओं के लेखपाल के रूप में पहचाने जाते हैं और वही व्यक्ति के कर्मों का लेखा-जोखा रखते हैं और इस समय में उनकी पूजन करना शुभ साबित होगा।