मंदसौर -भगवान पशुपतिनाथ की विश्वविख्यात व अष्टमुखी प्रतिमा में क्षरण व दरारों का दायरा 5 से बढ़कर छठे मुख तक जा पहुंचा है। यह चिंता का विषय है। सालभर में ही ये हालात बन गए हैं। ऐसे में केमिकल एक्सपर्ट और बजट भी जरूरी है। खास बात ये है कि भगवान पशुपतिनाथ के नाम पर तैयार हो रहे ‘लोक’ में पहले चरण में 25 करोड़ रुपए से निर्माण जारी है व दूसरे चरण के लिए भी 25 करोड़ की डिमांड भेजी गई है। मंदिर के पास से गुजरती शिवना नदी के शुद्धिकरण के लिए भी 29 करोड़ के प्रोजेक्ट पर काम हो रहा है, लेकिन प्रतिमा के मुखों पर बढ़ रहे क्षरण व दरारों से निपटने के लिए सालभर से किसी ने गंभीरता नहीं दिखाई। 20 नवंबर को ही मंदिर परिसर में 64वां प्रतिष्ठा महोत्सव होना है। तैयारियां भी शुरू हो चुकी हैं लेकिन प्रतिमा के संरक्षण को लेकर जिम्मेदारों का ध्यान नहीं है।