भोपाल के हार्डवेयर इंजीनियर उवैस की दुल्हन हिरा पाकिस्तान में फंस गई है। पहलगाम आतंकी हमले के पाकिस्तान ने उनके वीजा को मंजूरी नहीं दी। इससे उनका भारत आना एक बार फिर टल गया। यह पहली बार नहीं है जब राजनीतिक हालात ने उनके रिश्ते में रुकावट डाली है।
इससे पहले पुलवामा हमले के समय भी इनकी शादी की तैयारियां अंतिम दौर में थीं। हिरा अपने परिवार के साथ भारत आने वाली थी। लेकिन हमले के बाद वीजा अस्वीकृत हो गया। तब ऑनलाइन निकाह ही आखिरी विकल्प बचा था। मार्च 2024 में ही दोनों ने ऑनलाइन निकाह किया था।
साल भर पहले ऑनलाइन निकाह हुआ।
19 मई को पाकिस्तान से लाने वाले थे
भोपाल के कोहेफिजा के रहने वाले हार्डवेयर इंजीनियर उवैस खान ने बताया कि हम दोनों की मोहब्बत 16 साल पुरानी है। निकाह की राह भी तकनीक के सहारे पार की। जब मिलने का समय आया तो सरहद के दोनों तरफबिगड़े हालात इस मिलन की राह में दीवार बन गए हैं।
उवैस अपनी दुल्हन को भारत लाने के लिए पूरी तैयारी कर चुके थे। वीजा, टिकट और दस्तावेज सब तैयार थे। 19 मई को हिरा को लेकर लौटना था। लेकिन पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान ने वीजा मंजूरी रोक दी। इससे पहले पुलवामा हमले के वक्त भी दोनों का मिलन अधूरा रह गया था।
वीजा मिल गया था, लाहौर ट्रेन की टिकट की बुक
उवैस ने बताया कि वह पाकिस्तान जाकर अपनी पत्नी हिरा को भारत लाने वाले थे। इसके लिए अमृतसर से लाहौर की ट्रेन का टिकट बुक कर लिया गया था। वीजा भी मिल चुका था। मगर, पहलगाम हमले के बाद हालात ऐसे बदले कि सरहदें फिर सख्त हो गई।
13 साल पहले हुई थी आखिरी मुलाकात
उवैस बताते हैं कि हिरा का ननिहाल भोपाल में ही है। बचपन में वह अक्सर भोपाल आया करती थी। यहीं दोनों की मुलाकात हुई। 16 साल से दोनों का अफेयर चल रहा है। निकाह के बाद दस्तावेजों से लेकर पासपोर्ट और दूतावास की औपचारिकताएं पूरी हो चुकी थीं। मगर अब राजनीतिक हालातों ने फिर से दोनों को अलग कर दिया है।
भारत ने 65 साल पुराना सिंधु जल समझौता रोका:पाकिस्तानी नागरिकों का वीजा रद्द
पहलगाम हमले के दूसरे दिन भारत ने इसके लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार माना है। PM नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक में पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए भारत ने 5 बड़े फैसले लिए हैं। इसमें 65 साल पुरानी सिंधु जल संधि को रोका गया है। अटारी चेक पोस्ट बंद कर दिया गया है। वीजा बंद कर दिया गया और उच्चायुक्तों को हटा दिया है।