मंदसौर : मंदसौर नगर के प्रसिद्ध और चमत्कारिक तीर्थ तीन छत्री बालाजी धाम में रामचरित मानस नवकुंडात्मक महायज्ञ किया जा रहा है। नवकुंडीय यज्ञ में रामचरित मानस की प्रत्येक चौपाई पर आहुति दी जा रही है। मंगलवार को आयोजन का दूसरा दिन है। आयोजन कर्ताओं ने बताया कि श्रीश्री 1008 श्री महंत श्री रामशिरोमणी दासजी महाराज सरंभग ऋषि आश्रम चित्रकूट धाम, श्रीश्री 1008 श्री महंत श्री रामकिशोरदासजी महाराज के सानिध्य में तीन छत्री बालाजी धाम में 12 दिवसीय रामचरित मानस नवकुंडीय यज्ञ किया जा रहा है। इसके साथ ही 30 मार्च से मंदिर परिसर में पंडित भीमाशंकर शास्त्री के मुखारबिंद से भागवत कथा का आयोजन होगा। रामचरित मानस नवकुंडीय यज्ञ के दूसरे दिन मंगलवार किशोर दास महाराज से बताया कि यज्ञ भारतीय संस्कृति का प्राण और वैदिक धर्मों का सार है। यज्ञ ही संसार मे श्रेष्ठतम कर्म है। भौतिक दृष्टि से यज्ञ का महत्व ज्यादा है यज्ञ से आंतरिक, वैचारिक और मानसिक प्रदुषण समाप्त करने का आमोद उपाय है। रामचरित मानस नवकुंडीय महायज्ञ कि 4 अप्रैल को यज्ञ की पूर्णाहूति होगी। इसी दिन संतों का समागम भी होगा। 5 अप्रैल को कथा की पूर्णाहूति एवं पधारें संतों की विदाई होगी। 6 अप्रैल गुरुवार को यज्ञ प्रसादी एवं भंडारा का आयोजन होगा।