नीमच MP44NEWS - जन शौर्य सोशल वेलफेयर एंड डेवलपमेंट सोसायटी, नीमच तथा महिला एवं बाल विकास विभाग, नीमच के संयुक्त तत्वावधान में शुक्रवार को बाछड़ा समुदाय की किशोरी बालिकाओं के लिए आयुष विभाग सभागार बैठक कक्ष में
एक दिवसीय मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता कार्यशाला “बदलते भाव, बदलती उम्र — चलो करें बात मानसिक सेहत पर” का आयोजन किया गया।
इस कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में महिला एवं बाल विकास अधिकारी सुश्री अंकिता पंड्या उपस्थित थीं। उन्होंने किशोरियों को संबोधित करते हुए कहा कि जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, हमारे शरीर में परिवर्तन होते हैं, ठीक उसी तरह हमारे मस्तिष्क और भावनाओं में भी बदलाव आते हैं। यह प्रकृति का नियम है और हमें इन परिवर्तनों को सकारात्मक रूप से स्वीकार करते हुए अपने मन को संतुलित रखना चाहिए।
कार्यक्रम के दौरान जन शौर्य संस्था की काउंसलर कनुप्रिया ने किशोरियों को पॉक्सो एक्ट (POCSO Act) के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह कानून बच्चों को यौन अपराधों से सुरक्षा प्रदान करता है और इसके अंतर्गत उनके अधिकारों की रक्षा की जाती है। उन्होंने बालिकाओं को किसी भी प्रकार की हिंसा या उत्पीड़न की स्थिति में साहसपूर्वक आवाज़ उठाने और उपलब्ध सहायता सेवाओं का उपयोग करने के लिए प्रेरित किया।
कार्यशाला में किशोरियों ने खुलकर अपने अनुभव साझा किए और मानसिक स्वास्थ्य को लेकर कई सवाल भी पूछे, जिनका विशेषज्ञों द्वारा सहजता से समाधान किया गया।
इस पहल का उद्देश्य बाछड़ा समुदाय की किशोरियों में मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाना और उन्हें सुरक्षित व सशक्त भविष्य के लिए तैयार करना रहा।
इस अवसर पर जन शौर्य संस्था की टीम के जिला समवयक आविनाश चौहान श्याम मालवीय ब्लाक समन्वयक रमेश चंद्रावत काउंसलर कनुप्रिया कमुनिटी वर्कर राधिका नरेंद्र करीना तनु मालवीय एवं समुदाय की किशोरी बालिकाए भी उपस्थित थीं।