गोरक्षा संकल्प सम्मेलन में गौरक्षा दल नीमच का दल भी शामिल हुआ है। शुक्रवार को भोपाल में आयोजित हुए सम्मेलन में गौ रक्षा दल नीमच जिला अध्यक्ष अंकित जोशी, गो पुत्र सेना नीमच जिला अध्यक्ष विक्रम सिंह सोनगरा साथ ही उचेड़ गौशाला सचिव चांदमल पाटीदार और जिले के समस्त गौशालाओं के समिति सदस्य भी भोपाल पहुंचकर इस सम्मेलन में सम्मिलित हुए। इस दौरान गौ संवर्धन बोर्ड के अध्यक्ष अखिलेश्वरनंद गिरी को ऊंचेड गौशाला समिति की ओर से गौ माता का चित्र भेंटकर कर दोनों संगठनों ने 12 सूत्रीय मांग पत्र सौंपा, और बताया कि गौमाता को राष्ट्र माता का दर्जा दिया जाए। वह गौ सेवकों पर लगे झूठे मुकदमे को वापस लिया जाए। गौ रक्षा दल गौ पुत्र सेना एवं ऐसे कई संगठन जो गौ रक्षा के हित में कार्य कर रहे हैं। यह गौ तस्करी की धरपकड़ कार्रवाई भी करते हैं किंतु गौ तस्करी रूकने का नाम नहीं ले रही हैं। भीलवाड़ा से लेकर नीमच, मंदसौर और रतलाम गौ तस्करों का गढ़ बन चुका है। आसपास के क्षेत्रों के छोटे-छोटे गांवों में से पशु एकत्रित करके उन्हें धुलिया महाराष्ट्र कत्लखाने ले जाया जाता है, जो गाड़ी गौ तस्करी में पकड़ी जाती है। वह छूटने नहीं चाहिएं, ऐसा कानून बनाया जाए। साथ ही गौ रक्षकों पर दर्ज झूठे मुकदमे वापस लिया जाए। मध्यप्रदेश में जितनी भी गौशाला अधूरी पड़ी है उन्हें जल्द से जल्द व्यवस्थित रूप से पूर्ण किया जाए ताकि आसपास के क्षेत्र में रोड पर घूम रहे पशुओं को गोशाला में सुरक्षित रह सके। मध्य प्रदेश के प्रत्येक जिले में कलेक्टर के आदेश अनुसार एक गौशाला निगरानी समिति बनाई जाए। जिससे वह सभी गौशालाओं का निरीक्षण कर उनका लेखा-जोखा व्यवस्थित रूप से देख सकें। मध्य प्रदेश के प्रत्येक जिले में गौ रक्षा के संगठन बने हुए हैं, उन्हें एक गौरथ दिया जाए ताकी तस्करों की गाड़ी पकड़ने में उनको मोटरसाइकिल का उपयोग नहीं करना पड़े। कोई भी पुलिसकर्मी गौ तस्करों की गाड़ी को बिना जांच पड़ताल किए एक राज्य से दूसरे राज्य में ले जाने के लिए छोड़ देते हैं एवं अगर गौ तस्करी के नाम पर जो रिश्वत लेते हैं उन्हें तुरंत सस्पेंड किया जाए। नीमच जिले में गौ सेवा दल गो पुत्र सेवा रजिस्टर्ड समिति द्वारा एक उपचार साला खोल रखी है जिसमें एक्सीडेंट लाचार बेबस नेत्रहीन जिले के अंदर सभी जीव पीड़ित का उपचार किया जाता है जिले के अंदर चमड़ा कारखाने की रिक्त पड़ी भूमि को बेसहारा बीमार घायल गोवंश की उपचार व सेवा के लिए स्थाई रूप से दी जाए, इस विषय में पहले जिलाधीश महोदय विधायक महोदय को ज्ञापन भी दिए हैं, लेकिन अभी तक प्रशासन की ओर से कोई आश्वासन नहीं मिला। समिति द्वारा संचालित गौशाला जो कि नीमच जिले के मनासा तहसील के उचेड गांव में श्री कृष्ण केसरिया नाथ गोसेवा जीवदया के नाम से हैं जिसका पक्का निर्माण करवाया जाए और अस्थाई पंजीयन को स्थाई पंजीयन किया जाए ताकी शासन की सारी सुविधा मिल सके एवं गौ संवर्धन बोर्ड के द्वारा उसका पक्का निर्माण करवाया जाए.पूरे मध्यप्रदेश में चमड़े कारखाने बंद होने के कारण मृत पशु उठाने की गाड़ी गौशाला एवं किसान बंधुओं से 700 से 800 रूप लेती है, ओर उनको भी जंगल में ले जाकर छोड़ देती है, जिसे चील कौवे कुत्ते खाते हैं एवं कुछ असामाजिक तत्वों के लोग मृत्यु पशुओं का मांस भी बेचते हैं। जिस पर रोक लगाई जाए।