नीमच। मनुष्य जीवन बड़ा अनमोल है, प्रत्येक मनुष्य को अपने जीवन का हरेक पल जीना चाहिए। जो व्यक्ति हर तरह से दूसरों पर आश्रित होता है, वह कभी भी आगे नहीं बढ़ सकता है। अपने आप को समझे और स्वंय के बूते पर प्रयास करेंगे तो जीवन में निश्चित ही सफलता मिलेगी। प्रत्येक दिन के 24 घंटे में से मात्र एक घंटा आप अपने आनंद के लिए निकालें और फिर देखें की जीवन जीने में कितना आनंद आता है। उक्त विचार अनंत विभूषित स्वामी अखंडानंद सरस्वतीजी महाराज के शिष्य एवं सत्यदीप आश्रम श्रीधाम वृंदावन के संचालक स्वामी सत्यानंद सरस्वतीजी महाराज (पीएचडी दर्शनशास्त्र) ने श्री चन्द्रवंशी ग्वाला समाज के मार्गदर्शन में श्रीमद् भागवत कथा आयोजन समिति, नीमच द्वारा श्री राधा कृष्ण मंदिर परिसर, ग्वालटोली पर प्रथम बार आयोजित दिव्य चातुर्मास सत्संग समारोह में उपस्थित भक्तगण के समक्ष व्यक्त किए। सत्संग समारोह के दौरान कथा का वाचन करते हुए बीते दिवस संत श्री ने कहा कि जीवन में जब दुख आता है, तो आदमी विचारों में उलझ जाता है। लेकिन कोई भी स्थिति स्थिर नहीं होती ऐसे में पीड़ित व्यक्ति को भगवान की भक्ति में मन लगाना चाहिए। सत्संग में लगाया गया समय कभी व्यर्थ नहीं जाता है। संकट के समय भगवान का ध्यान करें और पूजा पाठ में मन लगाएं तो निश्चित ही जीवन का संकट दूर हो जाएगा। उन्होंने कहा कि एक सच्चा संत सभी का होता है, वह सभी के लिए समान भाव रखते हैं। उनके लिए हरेक भक्त उपयोगी है। गुरुजी ने कहा कि एकाग्रता के साथ सत्संग सुनेंगे तो आपका जीवन सफल हो जाएगा। किसी भी प्रकार का नशा कुछ समय के लिए होता है, इसलिए मनुष्य को अपने जीवन में घमंड रूपी नशा कभी नहीं करना चाहिए। क्योंकि जिस दिन आपने किसी वस्तु को लेकर घमंड किया तो उसी दिन से उस वस्तु के नष्ट होने का समय प्रारंभ हो जाता है। भगवान शिव इस सृष्टि के रचयिता हैं, इसलिए उनकी कथा का श्रवण करने से मनुष्य जीवन के सभी पाप धुल जाते हैं। कथा के दौरान गुरुजी ने भगवान भोलेनाथ, पार्वती जी, भगवान श्रीराम के जीवन से जुड़े विभिन्न प्रसंगों की व्याख्या करते हुए उपस्थित श्रोताओं को प्रवचन सुनाएं। कथा के अंत में आरती कर प्रसादी का वितरण किया गया। क्षेत्र मे प्रथम बार आयोजित इस दिव्य चातुर्मास सत्संग समारोह मे प्रतिदिन स्थानीय सहित आसपास क्षेत्र के सैकड़ों भक्त गण सम्मिलित होकर धर्म लाभ ले रहे हैं। इस दिव्य चातुर्मास सत्संग समारोह के मुख्य यजमान समाजसेवी पप्पू हलवाई, आयोजन समिति के सदस्य हरगोविंद दीवान व गोपाल चंद्रवंशी ने बताया कि इस कार्यक्रम के अंतर्गत गुरुजी द्वारा प्रतिदिन रात्रि 8:00 से 9:30 बजे तक श्रीराम कथा पर आधारित जीवन उपयोगी अध्यात्मिक प्रवचन दिए जा रहे हैं।