नीमच 20अप्रेल,वात्सल्य मुर्ति 108प्रशम सागर जी, अनुपम सागर जी समत्व सागर जी,वात्सल्य ऋषि मुनि108साध्य सागर जी महाराज, यतींद्र सागर जी शील सागर जी महाराज,साध्वी प्रफुल्ल प्रभाश्रीजी महा, वैराग्य पुर्णा आदि ठाणा-2 के सानिध्य में सकल जैन समाज नीमच के तत्वावधान में जन-जन की आस्था के केंद्र भगवान महावीर स्वामी जन्म कल्याणक महोत्सव का शंखनाद विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों के साथ हुआ।सकल जैन समाज नीमच के अध्यक्ष अनिल नागौरी सचिव मनीष कोठारी विजय विनायका जैन ब्रोकर्स ने बताया कि कार्यक्रम की पावन श्रृंखला नवकार महामंत्र का जाप से जैन भवन नीमच पर आयोजित किया । इसके साथ ही रात्रि को मिडिल स्कूल ग्राउंड मैदान पर कवि सम्मेलन आयोजित किया गया। जिसमें
संदीप जैन शोर्य कुचड़ोद
धीरज शर्मा मांडव
एकता जैन उदयपुर
अजय हिंदुस्तानी बेगू
चेतन कृष्ण शास्त्री पिपलिया मंडी
राजेश लोटपोट झालावाड़ (संचालक)
दिव्यांश जैन मंदसौर (सूत्रधार) ने अपनी रचनाओं की प्रस्तुति दी।
कार्यक्रम का शुभारंभ महावीर स्वामी के चित्र पर माल्यार्पण दीप प्रज्वलित कर अतिथियों द्वारा किया गया। कवि सम्मेलन में
संदीप जैन शोर्य कुचड़ोद वीर रस में चौबीसवें तीर्थंकर महावीर को नमन है...,धीरज शर्मा मांडव हास्य रस में घर संस्कारों का विश्वविद्यालय होता है ..एकता जैन उदयपुर गीतकार ने एकता हु एकता की बात करुंगी..,
अजय हिंदुस्तानी बेगू वीर रस में धारा 370 और भगवा की कविता पढ़ कर माहोल को जोशीला कर दिया।चेतन कृष्ण शास्त्री पिपलिया मंडी गीतकार ने
सुनो ओ कन्हैया कहे तेरी गईया गो माता का गीत गा कर श्रोताओं की आखों में पानी ला दिया।राजेश लोटपोट झालावाड़ (संचालक) नेशहीदों को ना धन चाहिए ना वेतन चाहिए उन्हें तो सुरक्षित वतन चाहिए..,
दिव्यांश जैन हास्य रस (सूत्रधार)ने जिसको समझा था हमने माधुरी ने
वो निकला मांगीलाल कविता सुनाकर कार्यक्रम की शुरुआत की।
उदयपुर से आई कवयित्री एकता जैन ने सरस्वती वंदना कर के कवि सम्मेलन की शुरुआत की। मंदसौर से आए कवि दिव्यांश जैन ने हास्य से सबको हंसा कर कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत की।
कार्यक्रम में सकल जैन समाज अध्यक्ष अनिल नागौरी, सचिव मनीष कोठारी,दिगंबर जैन समाज के अध्यक्ष विजय विनायक जैन ब्रोकर्स, पारस लसोड, पारस नागौरी, पारस जैन कोलकाता वाला,जम्बु कुमार जैन आदि समाज जन उपस्थित थे।
आभार प्रदर्शन अनिल नागोरी ने माना।