नीमच। मूक जानवरों के लिए वरदान साबित हो रहे गौ सेवा दल की कार्यप्रणाली से निश्चित ही मूक जानवरों की जिंदगी बच रही है, इसका श्रेय जाता है गौ सेवा दल के सदस्यों को। जो सूचना मिलने के बाद बिना किसी स्वार्थ के अपनी जान की परवाह किए बगैर चाहे रात हो या दिन हो कभी भी किसी भी समय मुक जानवरों की जान बचाने निकल पड़ते है। गुरुवार की रात्रि को सार्वजनिक कुएं में गिरे एक श्वान (कुत्ते) की जान गौ सेवा दल के सदस्यों ने बचाई।
नगर पालिका क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गणपति नगर वार्ड नंबर 08 में एक सार्वजनिक कुआं है जिसमे गुरुवार को एक कुत्ता गिर गया। जिसकी जानकारी रहवासी मनीष चांदना को शाम 6.30 बजे लगी तो उन्होंने उसे बाहर निकालने के लिए नगर पालिका के जिम्मेदार घनश्याम नागदा को फोन लगाया तो तीन बार घंटी जाने के बाद उन्होंने उनका मोबाइल स्विच ऑफ कर दिया। नपा की बड़ी टंकी के वहां फोन लगाया तो
वहां जानकारी ले ली बाद में पता किया तो वहां से नपा कर्मचारी बोला आपकी सूचना संबंधित जगह भेज दी और आप 101 पर फोन लगाओ कहकर फ़ोन रख दिया। काफी देर हो जाने के बाद गौ सेवा दल के सदस्यों को कुएं में कुत्ता गिरने की सूचना दी गई तो गौ सेवा दल के सदस्यों मितेश अहीर,
सद्दाम कुरेशी, विकासराव शिंदे आदि ने देर किए बगैर रात्रि 9.00 बजे गणपति नगर पहुंचे और जान हथेली पर रखकर अंधेरे में मितेश अहीर ने कुएं में उतरकर कुत्ते को सकुशल बाहर निकाल कर उसकी जान बचाई। उनके इस कार्य में सद्दाम कुरेशी, विकास राव शिंदे व केके बैरागी ने सहयोग किया। रहवासियों ने गौ सेवा दल के सदस्यों का आभार व्यक्त किया।
जैसा कि विदित है की नीमच शहर सहित आसपास क्षेत्रो में सूचना मिलने पर गौ सेवा दल के सदस्य वहां पहुंचकर मुक जानवरों की रक्षा करने का कार्य करते है। और तो और यदि उन्हें कोई घायल पशु/जानवर मिलता है तो उसका निस्वार्थ भाव से इलाज करते है और जब तक ठीक नहीं हो जाता तब तक उसकी सेवा करते है। इस प्रकार से सेवा करने वाले गौ सेवा दल को कही से भी कोई मदद नहीं मिलती है। स्वयं गौ सेवा दल के सदस्य जानवरो के लिए चारे का, दवाई का व अन्य आवश्यक वस्तुओं का इंतजाम करते है।
पशु चिकित्सा विभाग से भी उन्हे कभी भी कोई सहायता नही मिली है, जब की गौ सेवा जैसे दल को पशु चिकित्सा विभाग से मदद मिलना चाहिए। ताकि वे मुक जानवरों की और अच्छी तरह सेवा कर सके।