KHABAR: एमपी में 5 सिस्टम करा रहे बारिश, प्रदेशभर में अलर्ट, मंदसौर-अशोकनगर, शहडोल में आंधी के साथ गिरा पानी; 14 मई से कमजोर होगा सिस्टम, पढ़े खबर

MP 44 NEWS May 11, 2025, 4:39 pm Technology

मध्यप्रदेश - मध्यप्रदेश में तीन साइक्लोनिक सर्कुलेशन और दो टर्फ बारिश करा रहे हैं। आज मंदसौर, शहडोल और अशोकनगर में दोपहर 1 बजे के बाद तेज हवाओं के साथ बारिश हुई। मौसम विभाग ने रविवार को पूरे प्रदेश में आंधी, बारिश और गरज-चमक का अलर्ट जारी किया है। शनिवार को ग्वालियर, मंडला समेत कई जिलों में बारिश हुई। IMD (मौसम विभाग) के अनुसार, भोपाल, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, रीवा, शहडोल, ग्वालियर, चंबल, जबलपुर और सागर संभाग के सभी जिलों में गरज-चमक, आंधी और बारिश का दौर रह सकता है। हवा की रफ्तार 40 से 50 किलोमीटर प्रतिघंटा तक रहने की संभावना है। मंदसौर में दोपहर 1 बजे के बाद करीब 10 मिनट तेज बारिश हुई। फिर धूप निकल आई। अशोकनगर में सुबह से बादल छाए थे। दोपहर में आंधी के साथ तेज बारिश हुई। शहडोल में आज तेज बारिश से 5 डिग्री तापमान गिर गया, जिससे लोगों को गर्मी से राहत मिली। कई जिलों में बारिश, तापमान 40 डिग्री के पार पहुंचा शनिवार को कई जिलों में मौसम बदला रहा। ग्वालियर में शाम को रिमझिम बारिश हुई। जबकि मंडला में दोपहर 3 बजे के करीब तेज बारिश हुई, जिससे लोगों को उमस और गर्मी से राहत मिली। भोपाल में दिनभर बादल छाए रहे। वहीं, इंदौर-उज्जैन समेत कई जिलों में भी ऐसा ही मौसम रहा। कुछ दिन की राहत के बाद दिन का तापमान फिर से 40 डिग्री पर आ गया। खजुराहो और दमोह सबसे गर्म रहे। बड़े शहरों में ग्वालियर में पारा 39.1 डिग्री पर पहुंच गया। भोपाल में 37.2 डिग्री, इंदौर में 35.5 डिग्री, उज्जैन में 36.5 डिग्री और जबलपुर में 37.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। रीवा, सागर, सतना, उमरिया, सीधी, खंडवा और मंडला में तापमान 39 डिग्री के पार रहा। इकलौता हिल स्टेशन पचमढ़ी में तापमान सबसे कम 30.2 डिग्री दर्ज किया गया। रायसेन में यह 34 डिग्री रहा। इसलिए बदला मौसम सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि वर्तमान में कुछ सिस्टम एक्टिव है। इस वजह से प्रदेश में मौसम बदला है। 14 मई तक हल्की बारिश गरज-चमक की स्थिति बनी रहेगी। इसके बाद गर्मी का असर बढ़ सकता है। मई में पड़ेगी सबसे ज्यादा गर्मी मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में मई के महीने में ही सबसे ज्यादा गर्मी पड़ती है। पिछले 10 साल का ट्रेंड देखें तो कई शहरों में पारा 47-48 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच चुका है। दिन में हीट वेव चलेगी तो रातें भी गर्म रहेंगी। मई में बारिश का भी ट्रेंड रहता है। इस बार मई की शुरुआत में ही मौसम बदला हुआ है। पहले ही दिन कई जिलों में बारिश हुई। इन जिलों में सबसे ज्यादा गर्मी मौसम विभाग की मानें तो मई महीने में ग्वालियर, छतरपुर, नरसिंहपुर, निवाड़ी, मैहर, टीकमगढ़, भिंड, दतिया, खरगोन, बड़वानी, खंडवा, मुरैना, राजगढ़, रायसेन, शाजापुर, श्योपुरकलां, शिवपुरी और विदिशा जिलों में पारा 45 डिग्री या इससे ज्यादा रहने का अनुमान है। इनमें ग्वालियर-चंबल संभाग के साथ मालवा-निमाड़ के कुछ शहरों में भी तेज गर्मी रहेगी। छतरपुर के खजुराहो और नौगांव, निवाड़ी के पृथ्वीपुर में पारा 48 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। भोपाल में पारा 44 से 45 डिग्री के बीच रहने का अनुमान है जबकि इंदौर, जबलपुर और उज्जैन में भी पारा इतना रह सकता है। बड़े शहरों में ग्वालियर में सबसे ज्यादा गर्मी पड़ेगी। यहां पारा 46-47 डिग्री के बीच पहुंचने का अनुमान है। अबकी बार ऐसा रहा अप्रैल का महीना अप्रैल के पहले, दूसरे और तीसरे सप्ताह में तेज गर्मी और बारिश का दौर बना रहा। पहले सप्ताह में सभी संभागों में सामान्य से 2-3 डिग्री ज्यादा 21-24 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा। वहीं, दिन में पश्चिमी गर्म हवाओं के कारण अधिकतम तापमान इंदौर, सागर और नर्मदापुरम संभागों में सामान्य से ज्यादा 39 से 44 डिग्री तक पहुंच गया। उज्जैन, भोपाल, ग्वालियर समेत बाकी संभागों में यह 41 से 42 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा। पहले सप्ताह रतलाम में लू चल चुकी है। वहीं, बाकी शहरों में गर्म हवाओं से गर्मी बढ़ी रही। दूसरे सप्ताह में पूरे प्रदेश में तेज आंधी, बारिश, ओले और गरज-चमक की स्थिति बनी रही। प्रदेश के 80 प्रतिशत हिस्से में बारिश हुई। दूसरी ओर, कुछ जिलों में गर्मी का असर भी रहा। तीसरे सप्ताह में उत्तर-पश्चिमी हवाओं के जोर पकड़ने के साथ इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, चंबल, सागर, रीवा, नर्मदापुरम संभागों में न्यूनतम तापमान 25 से 27 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा। वहीं, पूरे प्रदेश में दिन में अधिकतम तापमान 40 से 44 डिग्री सेल्सियस या इससे ज्यादा रहा। कई जिलों में लू भी चली। वहीं, आखिरी सप्ताह में प्रदेश में ओले, बारिश का दौर शुरू हो गया। 25 अप्रैल के बाद से ऐसा मौसम रहा। वेस्टर्न डिस्टरबेंस, टर्फ और साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम के एक्टिव होने से ऐसा हुआ। भोपाल में गर्मी-बारिश का ट्रेंड राजधानी में मई में मौसम के ट्रेंड की बात करें तो पिछले 10 साल में तेज गर्मी और बारिश दोनों का ही दौर रहा है। 2016 में पारा 46.7 डिग्री तक पहुंच चुका है, जो ओवरऑल रिकॉर्ड है। इस महीने बारिश भी होती है। 2014 से 2023 तक हर साल बारिश हुई है। वर्ष 2021 और 2023 में 2 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है। पिछले साल 26 मई को पारा 45.4 डिग्री रिकॉर्ड किया गया था। यह 10 साल में छठवां 45 डिग्री से अधिक तापमान रहा। इस साल बारिश भी हुई थी। इंदौर में 3 इंच गिर चुका पानी मई के महीने में इंदौर में भी पारा 46 डिग्री के पार पहुंच चुका है। 31 मई 1994 को इतना तापमान दर्ज किया गया था। इस महीने यहां भी मौसम में बदलाव देखने को मिलता है। इसके चलते बादल छाए रहते हैं तो बौछारें भी गिरती हैं। 2023 में पूरे महीने 3 इंच बारिश हुई थी। वर्ष 2014 से 2023 के बीच 9 साल बारिश हो चुकी है। साल 2024 में भी तेज गर्मी रही थी। अधिकतम तापमान 44.5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था। वहीं, बारिश का दौर भी चला था। ग्वालियर में सबसे ज्यादा गर्मी ग्वालियर में मई की गर्मी का ट्रेंड बाकी शहरों से अलग रहता है। यहां ज्यादा गर्मी पड़ती है। बीते 10 साल में यहां एक बार 47 डिग्री और 3 बार पारा 46 डिग्री के पार पहुंच चुका है। 30 मई 1947 को 48.3 डिग्री रिकॉर्ड किया गया था। 17 मई 1953 में 24 घंटे में सर्वाधिक 41.9 मिमी यानी डेढ़ इंच से अधिक बारिश हुई थी। 2023 में भी ढाई इंच पानी गिरा था। पिछले साल की बात करें तो पारा 47.6 डिग्री दर्ज किया गया था। हालांकि, बारिश नहीं हुई थी। इस बार भीषण गर्मी रहने के आसार है। जबलपुर में तेज गर्मी का ट्रेंड जबलपुर की बात करें, तो यहां मई में पारा 46.7 डिग्री तक पहुंच चुका है। 25 मई 1954 को इतना टेम्प्रेचर रिकॉर्ड किया गया था। पिछले 10 साल में 3 बार टेम्प्रेचर 45 डिग्री से अधिक रहा। मई में बारिश का ट्रेंड भी रहता है। 2014 से 2023 में हर साल बारिश हुई है। वर्ष 2021 में पूरे महीने 3 इंच से ज्यादा बारिश हुई थी। पिछले साल 2 इंच पानी गिरा था। साल 2024 में भी तेज गर्मी, आंधी-बारिश वाला मौसम रहा था। दिन का पारा 44.5 डिग्री पहुंच गया था। वहीं, बारिश भी हुई थी। उज्जैन में भी गर्मी, बारिश का ट्रेंड उज्जैन में भी मई महीने में गर्मी और बारिश का ट्रेंड रहता है। 22 मई 2010 को रिकॉर्ड 46 डिग्री तापमान पहुंचा था। वहीं, 2015 से 2024 के बीच 3 बार पारा 45 डिग्री के पार रह चुका। साल 2015, 2016 और 2024 में इतनी गर्मी पड़ी थी। उज्जैन में पिछले साल भी तापमान 45 डिग्री रहा था।

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