जबलपुर के मझौली में एक मकान की दीवार गिर गई। मलबे में दबकर घर में सो रहे दंपती की मौत हो गई। हादसा गुरुवार सुबह मझौली के वार्ड नंबर 12 में हुआ। लोगों ने मलबा हटाकर दंपती को निकाला। नजदीकी अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस के मुताबिक, मृतकों की पहचान अशोक दहिया (43) और पत्नी विमला बाई (38) के रूप में हुई है। दूसरे कमरे में सोए बच्चे बाल-बाल बचे पुलिस के मुताबिक, जिला मुख्यालय से 40 किलोमीटर दूर मझौली में अशोक दहिया अपने परिवार के साथ रहते थे। उनके तीन बच्चे हैं। बुधवार रात भोजन करने के बाद दंपती एक कमरे जबकि बच्चे दूसरे कमरे में सो गए। दंपती जिस कमरे में सोए थे, गुरुवार सुबह करीब 5 बजे उसकी दीवार गिर गई। मलबे में अशोक और विमला दब गए। आवाज सुनकर पड़ोसी मौके पर पहुंचे। मलबा हटाकर दंपती को बाहर निकाला। पुलिस को सूचना दी। मलबे से सिर्फ चीखें सुनाई दे रही थी अशोक के बड़े भाई उद्धव ने बताया, ‘हम तीन भाइयों के परिवार अलग-अलग कमरे में रहते हैं। रात करीब 10 बजे अशोक काम से आया। थोड़ी देर बातचीत की। कहा- सुबह जबलपुर जाना है। वहां काम मिला है। यह कहकर चला गया। रात में तेज बारिश हुई थी। कच्चा मकान होने के कारण तड़के पड़ोसी रामकुमार के मकान से सटी दीवार ढह गई। छप्पर भी कमरे में सो रहे अशोक-विमला के ऊपर आ गिरा। आवाज सुनते ही हम लोग दौड़कर वहां पहुंचे। अशोक और विमला की सिर्फ चीखें सुनाई दे रही थीं। जैसे-तैसे सभी ने मिलकर मलबा हटाया। उन्हें अस्पताल ले जा रहे थे, लेकिन मेरे सामने ही तड़प-तड़पकर दोनों ने दम तोड़ दिया।'