KHABAR:- 8 हजार लोग एक साथ कर सकेंगे भोजन, उज्जैन में देश का सबसे आधुनिक अन्नक्षेत्र तैयार, हाईटेक मशीनें लगवाई, पढ़े खबर

MP44NEWS September 21, 2023, 2:06 pm Technology

इंदौर के विनोद अग्रवाल ने दो मंजिला अन्नक्षेत्र के लिए दिए 22 करोड़ रुपए शिव के आंगन में देश का सबसे बड़ा अन्नक्षेत्र बनकर तैयार है। प्रशासक संदीप सोनी का कहना है एक बार में 8 हजार लोग भोजन कर सकेंगे, ऐसी व्यवस्था की जा रही है। इसका डिजाइन इस तरह किया गया है कि इसकी गिनती देश की बड़ी रसोई में हो। महाकाल मंदिर में अन्न क्षेत्र 50 हजार वर्गफीट में बनाया गया है। इसकी लागत 27 करोड़ रुपए है। यहां सीएनजी से भोजन बनाया जाएगा। इसका लोकार्पण शुक्रवार को मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान करेंगे। भास्कर ने जाना आखिर कैसे तैयार हुआ देश का सबसे बड़ा अन्नक्षेत्र। महाकाल लोक बनने के बाद से ही बड़े अन्न क्षेत्र की जरूरत महसूस की जा रही थी। इंदौर के कारोबारी विनोद अग्रवाल इसके लिए आगे आए। डिजाइन फाइनल होने के बाद मंदिर समिति को बिल्डिंग को बनाने के लिए सहमति दे दी। विनोद अग्रवाल ने दो मंजिला अन्न क्षेत्र के लिए 22 करोड़ रुपए मंदिर समिति को दिए हैं। इसके अलावा गुड़गांव के प्रवीण अरोरा ने 5 करोड़ रुपए अन्य सामान के लिए दिए हैं। इसका संचालन महाकालेश्वर मंदिर समिति करेगी। अन्न क्षेत्र भक्तों के लिए सुबह 10.30 से रात 9 बजे तक खुला रहेगा। देश की बड़ी रसोई में ऐसे बनती है प्रसादी अमृतसर : स्वर्ण मंदिर में 80 हजार श्रद्धालु रोज करते हैं भोजन। 2 लाख रोटियां, 1.5 टन दाल, 7 हजार किलो आटा, 1200 किलो चावल, 1300 किलो मसूर दाल, 500 किलो शुद्ध घी लगता है। शिर्डी : साईं संस्थान प्रसादालय, महाराष्ट्र में 60 हजार लोग रोज प्रसाद लेते हैं। तीन बड़े रसोई हाल हैं। 73 सोलर पैनल से बनाते हैं प्रसादी। यहां सभी काम मशीनों किया जाता है। आबू रोड : ब्रह्माकुमारी संस्था के सोलर पैनल वाली रसोई में रोटियां बनाने के लिए 6 इकाइयां हैं। हर घंटे में दो हजार रोटियां बनती हैं। पूरे दिन में 5 टन आटे से 2 लाख रोटियां, पराठा और पुड़ी बनाई जाती है। पुरी : जगन्नाथ पुरी उड़ीसा में 32 कमरों में 250 मिट्टी के चूल्हे हैं। हर दिन 600 हलवाई भोजन बनाते हैं। रोज 80 हजार श्रद्धालु भोजन करते हैं। सब्जी कटना, रोटियां बनना, बर्तन भी धुलेंगे ऑटोमैटिक एक मशीन में सब्जियां डाल दी जाएंगी, जिसमें से धुलकर बाहर आ जाएंगी। सब्जी काटने के लिए दूसरी मशीन व पकाने के लिए तीसरी मशीन में डाला जाएगा। मसालों के लिए मशीन में अलग-अलग बॉक्स हैं, जिनसे तय मात्रा में ही मसाले सब्जी में डाले जाएंगे। सब्जी में पानी मिलाने के लिए अलग कंटेनर लगाए हैं। अब रोटियों की मशीन में आटा डालेंगे। पानी डालते ही थोड़ी देर में गुंथा हुआ आटा निकल आएगा। रोटी मशीन की मदद से आटे की लोई तैयार होगी। यहीं से लोई रोटी मशीन में चली जाएगी। ऑटोमैटिक भट्‌टी में लोई से रोटियां सिंककर बाहर आ जाएंगी। बर्तन धोने के लिए अलग से डिश वॉशर मशीन है, जिसमें बर्तन डालते ही अपने आप धुल जाएंगे। इसे चेन्नई से मंगवाया गया है।

Related Post

window.OneSignal = window.OneSignal || []; OneSignal.push(function() { OneSignal.init({ appId: "6f6216f2-3608-4988-b216-8d496a752a67", }); });