KHABAR : नीमच सीपीई सेमिनार संपन्न, ऑडिट ट्रेल परिवर्तन, ट्रेल नहीं रखने पर कंपनी पर 5 लाख तक की पेनाल्टी, शहर के कर सलाहकार एवं सीए सदस्यों ने भाग लिया, पढ़े खबर

MP 44 NEWS April 29, 2023, 6:19 pm Technology

नीमच सीपीई स्टडी चैप्टर ऑफ सी आई आर सी ऑफ आईसीआई 2023 का आगाज सेमिनार शनिवार सुबह 9:30 बजे से दोपहर 3:00 बजे तक उत्सव सभागार में आयोजित किया गया जिसमें नीमच शहर के कर सलाहकार एवं सीए सदस्यों ने भाग लिया। इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य वक्ता सीए असीम त्रिवेदी ने कहा कि कंपनियों पर नया नियम लागू, साफ्टवेयर में खातों को आडिट ट्रेल के साथ मेंटेन करना अनिवार्य है। कंपनी एक्ट के नए प्रावधान के बाद 1 अप्रैल 2023 के बाद वही सॉफ्टवेयर उपयोग करना होगा जिसमें ऑडिट ट्रेल के हर ट्रांजैक्शन का रिकॉर्ड करने की क्षमता का होना चाहिए। यदि आपने 1 अप्रैल से ऑडिट ट्रेल लॉग को अपने सॉफ्टवेयर में शुरू नहीं किया है तो आपका डिफॉल्ट शुरू हो चुका है और आपके 50000 से 500000 तक के डिफॉल्टर के लिए तैयार रहें। प्रत्येक ऑडिटर को अपनी ऑडिट रिपोर्ट में यह बताना होगा कि कंपनी ने कब ऑडिट ट्रेल शुरू किया या उसे नहीं शुरू किया। 31 मार्च को अपनाकैश अकाउंट बंद करना होगा 31 मार्च के बाद कैश की एन्ट्री नहीं कर सकेंगे |सभी कंपनियों के बही खातों में होने वाले बदलावों का रिकार्ड साफ्टवेयर के जरिए रखा जाएगा। शनिवार से शुरू नए वित्त वर्ष ये कंपनियों के खातों संधारण में आडिट ट्रेल का नियम लागू हो गया है।कंपनी मामलों के मंत्रालय ने आडिट ट्रेल का प्रविधान 24 मार्च 2021 को ही नोटिफाई कर दिया था परंतु लागू अब किया गया है। आडिट ट्रेल में हर ट्रांजेक्शन के साथ हिसाब में होने वाले बदलाव संशोधन का रिकार्ड भी चरणबद्ध तरीके से दर्ज होगा। खातों में या हिसाब में कब कब बदलाव किया गया इसका ट्रेल रिकार्ड रखने वाले एकाउंटिंग साफ्टवेयर में ही अब कंपनी को अपने बही खाते रखना होंगे ताकि आडिटर यह पता लगा सकें कि जब व्यवहार रिकार्ड किया गया, उसके पश्चात उसमें कब-कब बदलाव किया गया।नियम है कि यह ट्रेल रिकार्ड कंपनी को 8 वर्षों तक सुरक्षित रखना होगा । यदि कंपनी यह आडिट ट्रेल नहीं रखती है तो उस कंपनी पर 5 लाख तक की पेनाल्टी लगाई जा सकेगी तथा आडिटर को क्वालिफाई रिपोर्ट जारी करनी होगी। साथ ही इसे पूरी तरह अपनाना होगा।कार्यक्रम के वक्ता इंदौर सीए ब्रांच के पूर्व अध्यक्ष सीए आनंद जैन ने रेरा पर अपना उद्बोधन दिया। उन्होंने रेरा के बेसिक प्रावधान, पंजीयन आदि पर बोलते हुए कहा कि रियल स्टेट सेक्टर जीडीपी का 7% भाग देता है जो अगले वर्ष 10% तक जाने का अनुमान है। पूर्व अनुभवों के आधर पर, देश मे हो रही कई धोखा धडियो को रोकने के लिए और देश मे एक समान कानून व्यवस्था लाने के लिए यह कानून लाया गया। जो भी डेवलपर गलत कार्य कर रहे है, नक्शे के अनुसार, घोषित की गई सुविधाओं के हिसाब से एवं समय निर्माण नहीं करने वाले बिल्डर पर रेरा कार्यवाही कर सकता है, सही कार्य करने वालों को डरने की आवश्यकता नहीं है। प्रत्येक डेवलपर जो आठ यूनिट या 500 SOM से अधिक का प्रोजेक्ट डिवेलप कर रहा है उन्हें रेरा में पंजीयन लेना अनिवार्य है, नहीं लेने पर प्रोजेक्ट की लागत का 10% तक पेनल्टी देना पड सकती है। साथ ही यह धारणा भी गलत है कि पंजीयन नहीं लिया तो रेरा के प्रावधान नहीं लगेगें जबकि इसके विपरित पंजीयन लिया हो या नहीं रेरा के प्रावधान प्रत्येक प्रोजेक्ट पर लगेगें। ऐसे प्रोजेक्ट जो रेरा आने के पहले के है और उनसे संबंधित यदि कोई शिकायत रेरा में आती है तो उन प्रोजेक्ट पर भी कार्यवाही हो सकती है। सीए कीर्ति जोशी इंदौर ने कहा कि आयकर अधिनियम छोटे व्यापारियों को सुविधा देता है लेनदार देनदार की जानकारी देना टर्नओवर की जानकारी देना होगी 5 वर्ष के अनुमानित आय पर अनुमानित आय कर देना होता है।सीए द्वारा नियमित आगे करवाना होता है करदाता बैंक खातों की जानकारी विभाग को देना चाहिए 3 खातों के लेन-देन में रिटर्न में नहीं दर्शाने की बात को लेकर आयकर विभाग व्यापारी को नोटिस दे सकता है नगद जमा का स्पष्टीकरण भी विभाग को देना चाहिए। इस अवसर पर CA एसोसिएशन के अध्यक्ष समन्वयक सीए यशवर्धन लोढ़ा, उप समन्वयक CA अभिषेक गोयल ने भी विचार व्यक्त किए ।कार्यक्रम का संचालन सीए प्रिया भंडारी, CA वैशाली गर्ग ने संयुक्त रूप से किया। इस अवसर पर वरिष्ठ कर सलाहकार ओ. पी.सिंहल , CA जीएल जिंदाणी , CA एन . पाटीदार, CAदिलीप मित्तल सहित अनेक वरिष्ठ गणमान्य लोग उपस्थित थे। ...... अपने स्वास्थ्य पर ध्यान दिया बिना जीवन सुरक्षित नहीं, ..... सीए कीर्ति जोशी ने कहा कि स्वास्थ्य के लिए जिसके पास समय नहीं है वह कभी जीवन में सफल नहीं हो सकता है।समय के महत्व को समझना और समय पर भोजन करना अभी आवश्यक है। वर्क लोड चाहे कितना ही हो उसमें से समय निकालकर अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग होना आवश्यक है प्रतिदिन 4000 कदम चलना 15 मिनट धर्म पत्नी और परिवार को समय देना उनकी केयर करना जीवन का एक अभिन्न अंग होना चाहिए कार्यालय से प्रतिदिन 5 मिनट अपने रिश्तेदारों को फोन लगाकर रिश्तो को भी जीवंत बनाना आवश्यक होता है।इस प्रकार हम हमारे क्लाइंट की केयर करते हैं उसी प्रकार परिवार की केयर करना भी आवश्यक है इसे भी जीवन का लक्ष्य बनाना चाहिए तभी जीवन सफल हो सकता है।

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