27 जुलाई को केरिपुबल के कैंप परिसर में केरिपुबल का 86 वा स्थापना दिवस बहुत ही हर्षालास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर परिसर में स्थित त्रिगंजा पार्क में मुख्य अतिथि संदीप दत्ता पुलिस महानिरीक्षक सह प्रचार्य द्वारा सर्वप्रथम शहीदो को पुष्पचक चढाकार श्रर्धान्जली दी गई और उसके बाद वेद प्रकाश, कमाण्डेंट सीटीसी व वरिष्ठ अधिकारियों, अधिनस्थ अधिकारियों तथा जवानों द्वारा शहीदों को श्रर्धान्जली देकर नमन किया गया। तत्पश्चात स्टेशन क्वार्टर गार्ड पर कार्यकम हुआ जिसमें सरदार पोस्ट कलश पर माल्यार्पण किया गया तथा मिठाई वितरण हुआ। 2 इसके बाद सीटीसी नीमच जोकि बल का प्रथम तथा एक मा प्रशिक्षण संस्थान है जहाँ बल के सभी चालकों तथा मैकेनिक्स के लिए इन सर्विरा तथा प्रमोशनल कोर्सों का संचालन होता है में प्रशिक्षण की उत्तम व्यवस्था एवं उत्तम आधारभूत सरचना के अन्तर्गत बल की प्रथम अत्याधुनिक वाहन निदान कार्यशाला का ई-लोकार्पन, अजय कुमार भल्ला, गृह सचिव, भारत सरकार के कर कमलों द्वारा अनीश दयाल सिंह महानिदेशक, केरिपुबल अन्य वरिष्ठ अधिकारियों तथा जवानों की उपस्थिति में हुआ। 3. देश में तकनीकी विकास के साथ मोटर परिवहन में भी कांतीकारी परिवर्तन हुए है। अधुनिक तकनीक से लैस वाहनों को वाहन निर्माता कम्पनीयों द्वारा बाजार में उत्तारा गया है। और बल के अन्दर भी नई पीढी के वाहनों की खरीद की गई है इन वाहनों के उचित रखरखाव तथा मरम्मत के लिए आधुनिक तथा नवीनतम उपकरणों की व्यवस्था तथा संचालन बहुत आवश्यक हो गया है। बल के मैकेनिक नई पीढी के वाहनों में होने वाले दोषों को पहचानने और दूर करने में असमर्थ है और वाहनो को हर छोटे दोष हेतु भी वाहन निर्माता कम्पनी की कार्यशाला में ले जाया जाता है और पुरी तरह सिविल वर्कशाप पर निर्भर है। इन व्यवहारिक परेशानीयों के मध्यनजर महानिदेशक, महोदय, केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के कुशल नेतृत्व तथा प्रशिक्षण और संभरण महानिदेशालय की पहल तथा मार्ग दर्शन में प्रशिक्षण को समसामयिक सरल व सहज बनाने के लिए यह कार्यशाला बहुत ही उपयोगी साबित होगी। 4. इनके साथ ही नई पीढी के वाहनो में होने वाले फाल्ट का पता लगाने के लिए इस कार्यशाला में वाहन निर्माता कम्पनियों, टाटा मोटर्स, आईसर, अशोक लेलंड, महिन्द्रा व महिन्द्रा स्वराज माजदा तथा मारूती से Diagnostic Scanner की खरीद की गई। इन से नई पीढी के वाहनो में होने वाले दोषो को असानी से पकडा व ठीक किया जा सकेगा। 5. इन उपकरणो के कुशल उपयोग के लिए वाहन निर्माता कम्पनियों से संम्पर्क कर मास्टर ट्रेनर तैयार किए गये है। जो आने वाले छः माह में बल के लिए 300 मास्टर ट्रेनर तैयार करेगें। 6. इस अवसर पर प्राचार्य सीटीसी ने सैनिक सम्मेलन को भी सम्बोधित किया। इस दौरान उन्होने जवानों के कल्याण के लिए किए गये विभिन्न कार्यों की जानकारी दी और उनसे उनकी समस्यों के बारे में भी पुछा और एक सुभोदय प्रशिक्षक तथा नागरिक बनने के लिए प्रेरित किया।