नीमच - नीमच शहर के शा.बा.उ.मा.विद्यालय क्रमांक-2 के प्रांगण में निवासरत आश्रय विहिन श्रमिक परिवारों को सर्दी से बचाव के लिए सब्जी मण्डी के पास उपलब्ध जमीन पर नगरपालिका शेड बनाकर आश्रय की व्यवस्था करें। यह कार्य एक सप्ताह में पूर्ण करने के निर्देश नीमच नगरपालिका के सीएमओ को कलेक्टर हिमांशु चंद्रा द्वारा जिला अधिकारियों की बैठक में दिए गए। बैठक में एडीएम श्रीमती लक्ष्मी गामड़, जिला पंचायत सीईओ अरविंद डामोर एवं सभी एसडीएम तथा जिला अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में कलेक्टर ने सभी जिला अधिकारियों को निर्देश दिए, कि वे अपने विभाग को आवंटित भूमि, जो वर्तमान में अनुपयोगी है, और भविष्य में भी उसका कोई उपयोग करने की संभावना नहीं है, ऐसी भूमि की जानकारी नजूल शाखा, कलेक्टर कार्यालय को 15 दिवस में अनिवार्य रूप से प्रस्तुत करें। जिससे, कि अनुपयोगी भूमि का उपयोग अन्य महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट के लिए किया जा सके। बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.दिनेश प्रसाद ने अवगत कराया, कि दिव्यांगता प्रमाण पत्र बनाने के लिए 6 दिसम्बर से जिले में तहसील स्तर पर शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। इन शिविरों में मेडिकल बोर्ड द्वारा दिव्यांगता का परीक्षण कर, दिव्यांगता के प्रमाण पत्र बनाए जाएंगे। पहला शिविर 6 दिसम्बर को जीरन में आयोजित किया जा रहा है। कलेक्टर ने दिव्यांगता प्रमाण पत्र बनाने के लिए आयोजित इन शिविरों का व्यापक प्रचार-प्रसार करवाने के निर्देश भी सभी सीएमओ, एसडीएम एवं जनपद सीईओ को दिए। बैठक में कलेक्टर ने महिला बाल विकास अधिकारी को निर्देश दिए, कि वे स्वास्थ्य, महिला बाल विकास एवं पंचायत एवं ग्रामीण विकास, नगरीय निकायों की संयुक्त टीम बनाकर, जिले के सभी गांवों में कुपोषित (सेम) बच्चों का सर्वेक्षण कर, चिन्हाकन करने हेतु 11 दिसम्बर को एक दिवसीय अभियान आयोजित करें और बच्चों का चिन्हांकन कर, सूची प्रस्तुत करें। कलेक्टर ने ग्राम पंचायतों के नोडल अधिकारियों को भी इस कार्य का अपनी-अपनी पंचायतों में पर्यवेक्षण एवं निरीक्षण करने के निर्देश दिए