नीमच। जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए शिक्षा बहुत जरूरी है। जीवन के कठिन समय में हर चुनौतियों से लड़ने में शिक्षा मददगार साबित होती है। एक शिक्षित छात्रा सिर्फ स्वयं का ही विकास नहीं करती है अपितु, वह अपने साथ-साथ पूरे समाज व देश का विकास भी करती है। उक्त बात कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री मधु बंसल ने बतौर मुख्य अतिथि यातायात थाने के पास स्थित कन्या माध्यमिक विद्यालय में आयोजित स्कूल चले हम अभियान कार्यक्रम में छात्राओं को प्रेरित और संबोधित करते हुए कहीं। बंसल ने स्कूली छात्राओं को लक्ष्य बनाकर आगे बढ़ने की बात कही। उन्होंने कहा कि हमें पूरे जीवन भर अपने अध्यापकों, अभिभावकों, परिवार के सदस्यों और हमारे जीवन से संबंधित अन्य व्यक्तियों से कुछ ना कुछ सीखने की आदत डालनी चाहिए। हम एक अच्छा व्यक्ति बनने, घर, समाज, समुदाय और दोस्तों में रहने के लिए कुछ ना कुछ सीखते रहते हैं। स्कूल जाना और शिक्षा ग्रहण करना प्रत्येक व्यक्ति के लिए बहुत महत्वपूर्ण है और जो सफलता प्राप्त करना चाहते हैं उनके लिए शिक्षा बहुत आवश्यक है। सफलता की यही श्रेष्ठ और एकमात्र कुंजी है। जुनून से पढ़ लिखकर जीवन में सफलता का उच्च मुकाम हासिल करें। बंसल ने कहा कि वर्तमान आधुनिक दौर में भी लड़कियों की शिक्षा को लेकर कम महत्व दिया जाता है। जबकि हर क्षेत्र में लड़कियां बुलंदियों के शिखर छू रही है। रूढ़िवादी सोच को खत्म कर हमें आगे बढ़ना होगा और बालिका शिक्षा के महत्व को समझना होगा। शिक्षित महिलाएं आज पुरुषों से कंधे से कंधा नहीं बल्कि आगे बढ़कर समाज, व्यवसाय और देश विकास में परचम लहरा रही हैं। कांग्रेस नेत्री मधु बंसल ने सरकारी स्कूलों को और बेहतर बनाने की बात भी कही। उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासन में पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने वृहद स्तर पर सरकारी स्कूलों का विस्तार किया था जिसके सार्थक परिणाम आज सामने हैं। आने वाले समय में कांग्रेस सरकार बनने के बाद शिक्षा के लिए नित नए और आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। बंसल ने स्कूली छात्राओं को शिक्षा प्राप्त करने के दौरान होने वाली आर्थिक परेशानी में पूर्ण सहयोग देने की घोषणा भी की। इससे पूर्व कार्यक्रम के प्रारंभ में मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण किया गया। मुख्य अतिथि मधु बंसल तथा अन्य आगंतुक अतिथियों का स्वागत ओझा मैडम, चौहान मैडम, जैन मैडम और आचार्य मैडम सहित स्कूल स्टाफ ने किया । कार्यक्रम का संचालन आचार्य मैडम ने किया। शाला प्रधानाध्यापक ने स्कूल चले हम अभियान में समाज के सभी वर्गों को समान रूप से सहभागी बनने का आह्वान किया। स्कूली शिक्षा से अधिक से अधिक बच्चे जुड़े, ऐसे प्रयास किये जाना चाहिए। अभी भी कई ऐसे क्षेत्र है जहा बच्चे शिक्षा से वंचित है या फिर जन-जागरूकता की कमी के कारण स्कुल नहीं जाते है। ऐसे में बच्चे समाज एवं दुनिया की मुख्य धारा से जुड़ नहीं पाते एवं उनका बौद्धिक विकास नहीं हो पाता। प्रत्येक बच्चे को पढ़ाना बहुत जरुरी है, इससे बच्चे की सोचने-समझने की शक्ति बढ़ती है, एवं उसमे बौद्धिक विकास, कौशल ज्ञान विकसित होता है। इस दौरान शिक्षक पाटीदार ने भी छात्राओं को संबोधित करते हुए सारगर्भित उद्बोधन दिया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्कूली छात्राएं, अभिभावक, शिक्षकगण एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।