मध्य प्रदेश के इंटरनेशनल एयरपोर्ट इंदौर से दुबई-शारजाह जाने के लिए नई शर्त रख दी गई है। यह फैसला UAE सरकार ने लिया है। यानी अब रवाना होते समय ही वापसी के लिए भी रिटर्न टिकट कराना पड़ेगा। यह गाइड लाइन टूरिस्ट वीजा पर जाने वालों के लिए है। यानी यदि आप एयरपोर्ट पर रिटर्न का कन्फर्म टिकट नहीं दिखाते हैं तो इंदौर एयरपोर्ट से ही वापस लौटा दिया जाएगा। एयर लाइंस कंपनियों को इस बारे में सख्ती से पेश आने के लिए कहा गया है।
बता दें कि मध्य प्रदेश में किसी को भी UAE जाना है तो उसके लिए एकमात्र इंदौर ही ऑप्शन है। यानी सिर्फ यहीं से एक फ्लाइट गुरुवार को दुबई-शारजाह आती है और उसी रात को वापस चली जाती है।
एविएशन इंडस्ट्री से जुड़े लोगों का कहना है कि शारजाह, दुबई में अवैध रूप से रहने वालों पर सरकार ने सख्ती कर दी है। अभी टूरिस्ट वीजा सिर्फ 5 से 6 हजार रुपए में बन जाता है। भारत से काम करने के लिए वहां जाने वाले अधिकतर यात्री टूरिस्ट वीजा पर ही जाते हैं। फि वहीं अवैध रूप से रुककर काम करते रहते हैं।
मध्य प्रदेश के ट्रेवल एजेंट एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने बताया कि इस गाइडलाइन का असर सामान्य पर्यटकों पर नहीं पड़ेगा। सामान्य पर्यटक तय शर्तों का पहले से ही पालन करते हैं।
वैध वीजा मिलना कठिन इसलिए टूरिस्ट वीजा
संयुक्त अरब अमीरात के शहरों दुबई-शारजाह में में काम करने कोई भी जा सकता है, लेकिन इसके लिए वैध वर्क वीजा होना जरूरी है। इसे पाना बहुत कठिन होता है। यह तभी मिल पाता है जब वहां का कोई नियोक्ता आपको नौकरी पर पहले रखे और अपॉइंटमेंट लेटर भी दे। साथ ही मेडिकल फिटनैस, अच्छे आचरण का प्रमाण पत्र, अनुभव प्रमाण पत्र, बैंक स्टेटमेंट और मार्कशीट्स जैसे कई दस्तावेज जमा करना होते हैं। यह करीब 75 हजार रुपए में बनकर तैयार होता है।
यूएई सरकार की गाइडलाइन की 4 बड़ी बातें..
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यात्री के पास रवानगी के दिन से कम से कम 6 महीने की वैधता का पासपोर्ट जरूरी
रवाना होते समय ही एयरपोर्ट पर वापसी का कन्फर्म रिटर्न टिकट बताना भी अनिवार्य
रुकने के लिए किसी भी होटल की बुकिंग पहले से बताना पड़ेगा
यूएई में खर्च करने के लिए पर्याप्त पैसा या क्रेडिट कार्ड हो