नीमच, स्व सहायता समूह की महिलाओं के कौशल उन्नयन एवं क्षमतावर्धन के लिए 20 दीदीयों को ड्रोन पायलेट प्रशिक्षण के लिए भोपाल भेजा जा रहा है। यह दस दिवसीय प्रशिक्षण महिला सशक्तिकरण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम होगा। यह बात कलेक्टर दिनेश जैन ने सोमवार को जिला पंचायत कार्यालय नीमच से ड्रोन पायलट प्रशिक्षण के लिए नीमच जिले के स्व सहायता समूह की 20 दीदीयों को भोपाल हरी झण्डी दिखाकर रवाना करते हुए कही। इस मौके पर जिला पंचायत सीईओ गुरूप्रसाद, उप संचालक कृषि बी.एस.अर्गल, उप संचालक उद्यानिकी अंतरसिह कन्नौजी, जनपद सीईओ राजेंन्द्र पालनपुरे व अन्य अधिकारी-कर्मचारी एवं स्व सहायता समूह की महिलाएं उपस्थित थी। कलेक्टर जैन ने कहा कि आज इस युग में महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है। दीदीयां अच्छे से ड्रोन पायलट प्रशिक्षण प्राप्त करें और ड्रोन तकनीक में दक्ष होकर, नीमच जिले का नाम रौशन करें। उन्होने कहा कि कृषि कार्य में ड्रोन तकनीक की अपार संभावनाएं है। महिला दीदीयां ड्रोन तकनीक सीख कर आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन सकेंगी। जिला पंचायत सीईओ गुरूप्रसाद ने कहा, कि ड्रोन पायलट प्रशिक्षण के माध्यम से जिला प्रशासन नीमच व्दारा स्व सहायता समूह की महिला दीदीयों को आगे बढने का अदभुत अवसर उपलब्ध कराने का प्रयास किया गया है। नीमच पहला जिला है, जहां कि 20 दीदीयों को ड्रोन प्रशिक्षण प्राप्त करने का अवसर मिल रहा है। इससे कृषि कार्य में मेहनत कम लगेगी, समय की बचत होगी, और रोजगार के अवसर भी बढेंगे। स्व सहायता समूह की दीदी चंद्रकला भाटखेडी एवं सुवाखेडा की विमला प्रजापत ने ड्रोन पायलट प्रशिक्षण के लिएचयनित होने पर खुशी जाहिर करते हुए इसे काफी उपयोगी और लाभदायक बताया। प्रांरभ में पालसोडा की कविता बैरागी, ढोलपुरा की सीता बैरागी, एवं किरण चौहान ने पौधा भेटकर, अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन राजेन्द्र चौहान ने किया तथा अंत में उप संचालक कृषि बी.एस.अर्गल ने सभी का आभार माना। उल्लेखनीय है, कि जिला प्रशासन नीमच व्दारा म.प्र.डे राज्य आजीविका मिशन के तहत गठित नीमच जिले के स्व सहायता समूह की 20 महिलाओं को ड्रोन पायलट प्रशिक्षण के लिए चयनित किया गया है। इन दीदीयों को कौशल विकास केंद्र बडवई भोपाल में 11 से 20 जून 2024 तक आयोजित ड्रोन पायलट प्रशिक्षण के लिए भोपाल भेजा गया है। प्रशिक्षण प्राप्त करने के उपरांत इन दीदीयों को ड्रोन क्रय करने के लिए 80 प्रतिशत तक अनुदान सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। ये दीदीयां ड्रोन का उपयोग अपने गांव एवं आसपास के क्षेत्र में कृषि कार्य के लिए कर अपनी आमदनी बढा सकेगी। कलेक्टर दिनेश जैन एवं जिला पंचायत सीईओ गुरूप्रसाद व्दारा विशेष रूचि लेकर उक्त दीदीयों को ड्रोन पायलट प्रशिक्षण दिलाने की व्यवस्था की गई है।