KHABAR : आशा कर्मी से आयुष्मान कार्ड सहित अन्य गैर विभागीय कार्य कराना बंद करो के नारे लगाते हुए बड़ी संख्या में आशा एवं पर्यवेक्षकों ने किया विरोध प्रदर्शन, पढ़े खबर

MP 44 NEWS September 21, 2022, 8:37 pm Technology

नीमच आज दिनांक 21 सितंबर 2022 को जिले की आशा एवं आशा पर्यवेक्षक द्वारा आयुष्मान कार्ड बनाने से लेकर अन्य गैर विभागीय कार्य कराने से असंतुष्ट होकर दो ज्ञापन एक जिला पंचायत कार्यालय में सीईओ की अनुपस्थिति में परियोजना अधिकारी श्री भाटी एवं एक ज्ञापन कलेक्टर कार्यालय में तहसीलदार श्री विवेक गुप्ता को कलेक्टर के नाम सौंपा गया ।अधिकारीयो द्वारा आशा एवं पर्यवेक्षकों से आयुष्मान कार्ड बनाने से लेकर अन्य गैर विभागीय कार्य कराने के लिए दबाव बनाया जा रहा है, वहीं पूर्व में कराए गए विभागीय कार्य की प्रोत्साहन राशि भी अब तक आशा एवं पर्यवेक्षकों को नहीं दी गई है जिसको लेकर आज बुधवार को आशा उषा आशा सहयोगी एकता यूनियन सीटू के बैनर तले बड़ी संख्या में आशा एवं पर्यवेक्षकों ने हल्ला बोल विरोध प्रदर्शन किया इस दौरान आशाएं बड़ी संख्या में कलेक्टर कार्यालय में एकत्रित हुई और जमकर नारेबाजी करते हुए जिला कलेक्टर के नाम एक ज्ञापन तहसीलदार विवेक गुप्ता को सौंपा जिसमें बताया गया कि आशा शासकीय विभागों में शासन का शासकीय अधिकारियों की देखरेख में अधिकारियों द्वारा दिए गए प्रशिक्षण के अनुरूप स्वास्थ्य के क्षेत्र में शासन का लक्ष्य को पूरा करने के लिए काम करती है आशा पर्यवेक्षक विभाग की ओर से आशाओं के काम की देखरेख भी करती है इसके बावजूद सरकार आशा व पर्यवेक्षकों को कर्मचारी या श्रमिक का दर्जा एवं न्यूनतम वेतन नहीं देती आशाएं सीधे तौर पर स्वास्थ्य विभाग के अधिनस्त काम करती है इस तरह राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन एवं स्वास्थ्य विभाग आशाओं का नियोक्ता है जो एन एच एम या स्वास्थ्य विभाग द्वारा निर्धारित काम की देखरेख करती है आशाएं तो 12 महीने कई बार रिस्क एवं हाईरिस्क की प्रसूताओं के साथ रात भर अस्पतालों में रहती है अक्सर खुद का किराया भी खर्च करती है आशाएं विभागीय अधिकारियों एवं शासन द्वारा निर्देशित सभी काम करती है लेकिन सरकार आशाओं को जीने लायक वेतन के संबंध में कोई चर्चा नहीं कर रही है आशाओं को कोई वेतन नहीं दिया जाता आशाओं के प्रत्येक काम के लिए प्रोत्साहन राशि का प्रावधान किया हुआ है जिसका निर्धारण राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन मध्य प्रदेश द्वारा लिखित आदेश के माध्यम से की जाती है उसी के आधार पर आशाओं का भुगतान किया जाता है। आयुष्मान कार्ड बनाने का काम कंप्यूटर संचालन मैं अनुभवी लोगों के द्वारा संचालित साइबर कैफे किओस्क आदि में कंप्यूटर से बनाया जाता था व इसके लिए 50 रु प्रति व्यक्ति लेते थे। आशाओं को आयुष्मान कार्ड बनाने का काम करने का निर्देश तो दिया लेकिन न तो उन्हें उचित क्षमता वाला मोबाइल, डाटा हेतु राशि, जरूरी प्रशिक्षण की व्यवस्था और ना ही आशाओं को इस काम के लिए पर्याप्त राशि देने के संबंध में कोई लिखित आदेश जारी किए गए ।ऐसे में आशा आयुष्मान कार्ड बनाने में असमर्थ हैं। आशाओं ने ज्ञापन में मांग की है कि पर्याप्त राशि का विधिवत आदेश के बिना आशा एवं आशा पर्यवेक्षक पर गैर विभागीय कार्यो के लिए दबाव ना बनाया जाए,आयुष्मान कार्ड बनाने का काम आशा का नहीं है इसके बावजूद आशा एवं पर्यवेक्षकों से करवाने की स्थिति में उन्हें प्रशिक्षण, उचित क्षमता वाला मोबाइल फोन, डाटा का खर्च, नेटवर्क की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए आशा एवं पर्यवेक्षकों को प्रति कार्ड ₹50 प्रदान किए जाएं एवं लिखित आदेश जारी किए जाएं। इसके पश्चात आशा एवं पर्यवेक्षक रैली बनाकर जिला पंचायत कार्यालय पहुंची जहां वहां भी कलेक्टर के नाम संबोधित ज्ञापन जिला पंचायत सीईओ की अनुपस्थिति में परियोजना अधिकारी श्री भाटी को सौंपा गया इस अवसर पर शैलेंद्र सिंह ठाकुर ,विजय बैरागी ,भावना शर्मा, रेखा राठौड़ ,सुनीता सैनी ,कांता अहीर, रेखा व्यास, कृष्णा कांटे, शालिनी जयंत, सुनीता धाकड़ ,देवकन्या खारोल सुमित्रा देवी, अनुराधा सहित मनासा ,डिकेन, पलसोड़ा एवं नीमच ब्लॉक की सैकड़ों आशा कार्यकर्ता एवं पर्यवेक्षक मौजूद थीं।

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